बैतूल, मध्य प्रदेश के बैतूल में कन्यादान के साथ भू-दान का कार्यक्रम सामूहिक विवाह कार्यक्रम में हुआ. इस कार्यक्रम में 78 जोड़ों की शादी हुई और सभी जोड़ों को भू-दान के रूप में 78 प्लॉट (जमीन) उपहार में दिए गए .इस अनोखे कार्यक्रम की सभी जगह सराहना हो रही है.दरअसल, बैतूल में मंगलवार को अखिल गोंडवाना महासभा ने गोंडवाना विवाह भू-दान कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में शादी के लिए 100 से अधिक पंजीयन हुए थे, जिसमें 78 जोड़ों की शादी कार्यक्रम में की गई. कार्यक्रम में खास बात यह थी कि सभी जोड़ों को 750 वर्ग फ़ीट का प्लाट मकान बनाने के लिए दान में दिया गया है.
आदिवासी परंपरा के तहत हुई शादियों में सबसे पहले बड़ापेन और मुठवा देव की पूजा की गई. इसके बाद दोपहर में आंगापेन दर्शन किए गए. उसके पश्चात शादी की रस्में पूरी की गईं. शादी की रस्म के बाद भू-दान पत्र बांटे गए. सामूहिक विवाह कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए.
संस्कृति बचाने में महिलाओं का बड़ा योगदान: हेमंत सरियाम
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष हेमंत सरियाम की बैतूल गौठाना क्षेत्र में भूमि है. इस भूमि में उन्होंने नव-विवाहित जोड़ों को प्लॉट दान किए हैं. हेमंत का कहना है कि संस्कृति बचाने में महिलाओं का बड़ा योगदान होता है और महिलाओं के सम्मान के लिए हमने बेटियों को भू-दान के रूप में प्लॉट दान किए हैं.
बांट दिए 3 करोड़ के प्लॉट
उन्होंने आगे बताया कि 78 जोड़ों को रजिस्टर्ड दान पत्र के माध्यम से प्लॉट दान किए गए हैं. रजिस्ट्री कार्यालय के अनुसार एक प्लॉट की कीमत 3 लाख 85 हजार है और टोटल 78 प्लॉट की कीमत 3 करोड़ 30 हजार रुपये है. अखिल गोंडवाना महासभा के इस कन्यादान भू-दान कार्यक्रम की जहां सभी लोग सराहना कर रहे हैं.
जमीन पर बनाएंगे घर: विवाहित जोड़े
वहीं, दांपत्य जीवन में बंधे वर-वधू भी दान में जमीन पाकर खुश नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि पहले तो विश्वास नहीं हो रहा था कि उन्हें शादी में प्लॉट दान में मिलेंगे, लेकिन जब प्लॉट दान में मिले तो खुशी का ठिकाना नहीं है. अब इस जमीन पर घर बनाकर अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करेंगे.
वहीं, शादी करने वालों में शामिल शिवपाल परते (दूल्हा) का कहना है कि इस तरह का सम्मेलन पहली बार हो रहा है, जिसमें शादी में प्लॉट दिए गए हों. यह देखकर काफी अच्छा लग रहा है. वहीं, शादी करने आई युवती छाया (दुल्हन) ने कहा कि कन्यादान के साथ भू-दान भी किया गया. जो प्लॉट मिला पर अब उसक घर बनाएंगे और परिवार के साथ रहेंगे.