गलत खान-पान के कारण लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हो जाते हैं। अगर सही समय पर इलाज ना मिले तो ये परेशानी जानलेवा साबित होती है। इससे बचने के लिए इन तरीकों को अपनाएं।
गर्मी के मौसम में अक्सर लोगों को फूड पॉइजनिंग की समस्या शुरू हो जाती है। हर साल लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में आते हैं। अगर इसका सही तरह से इलाज ना मिले तो ये बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है। वैसे तो फूड पॉइजनिंग एक कॉमन समस्या है जिसमें लोगों को पेट खराब, दस्त और उल्टी जैसे लक्षण हो सकते हैं। यहां फूड पॉइजनिंग के लक्षण और बचाव के तरीके दिए गए हैं।
फूड पॉइजनिंग के लक्षण
- पेट दर्द
- जी मिचलाना
- माथे पर बहुत पसीना
- लूज मोशन
- उल्टी
- पेट में गैस बनना
- मन खराब होना
फूड पॉइजनिंग से बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके
1) हाथ और किचन स्लैप को साफ रखें
किचन आमतौर पर कीटाणुओं के लिए प्रजनन स्थल होता है, और ये आपके किचन के आसपास पनपते हैं। ऐसे में खाना पकाने के दौरान साफ सफाई का ध्यान रखना जरूरी है। खाना बनाने से पहले अपने हाथों को अच्छे से धो लें और खाना तैयार करने से पहले, दौरान और बाद में किचन स्लैप को पोंछ दें।
2) खुद पकाएं खाना
फूड पॉइजनिंग से बचने के लिए खाने को सही तरह से पकाना जरूरी है। इसलिए अपने खाने को इतने अच्छे तापमान पर पकाएं कि यह आपके खाने में हानिकारक जीवाणुओं को मार दे। खाना पकाने के लिए थर्मामीटर का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
3) बचे हए खाने को ठंडक में रखें
एक बार खाना पकाने और खाने के बाद, आप अपने बचे खाने को 40 डिग्री फारेनहाइट या उससे कम पर फ्रिज में रख सकते हैं। यह सलाह दी जाती है कि बचे हुए खाने को पकाने के 2 घंटे के अंदर फ्रिज में रख दें।
4) एक्सपायरी डेट चेक करें
खाने की चीजों को खरीदते समय उनकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें। किसी भी तरह का एक्सपायर्ड खाना जो पकाया और खाया जाता है वह आपको आसानी से बीमार कर सकता है।
5) हमेशा धोएं सब्जी-फल
फल सब्जियों को खरीदने के बाद इन्हें हमेशा धोकर इस्तेमाल करना चाहिए। अगर फ्रिज में रख रहे हैं तो भी इन चीजों को धोकर और सुखा कर ही रखें। अपने खाने को धोने से सतह से सभी हानिकारक बैक्टीरिया दूर हो जाते हैं। दूध की थैली और पैकेट वाले दही को भी धोकर फ्रिज में रखना चाहिए।