भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मन की बात देश की जन-जन की बात है। यह एक सामाजिक आंदोलन बन गई हैं। CM शिवराज रविवार को मन की बात कार्यक्रम में पीपुल्स मॉल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। यहं पर 10 हजार महिलाएं भी कार्यक्रम में शामिल हुए। सीएम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मन की बात देश के जन-जन की बात है। मन की बात एक सामाजिक आंदोलन बन गई है, जनक्रांति बन गई है।

सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मन की बात से अच्छे काम कर रहे लोगों को सामने लाने का मौका मिलता है। बुराइयां आसानी से सामने आती है, लेकिन मौन साधक की तरह समाज की सेवा कर रहे लाखों लोग मन की बात के माध्यम से सामने आते हैं। वो केवल महिमामंडित नहीं होते, बल्कि कई लोगों की प्रेरणा बन जाते हैं।

सीएम ने कहा कि मन की बात ने कई सामाजिक बदलाव किए। प्रधानमंत्री जी का स्वच्छता आंदोलन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुए अच्छे कार्य, जल संरक्षण, समाज सुधार के काम उन्होंने आंदोलन का रूप धारण किया। मन की बात के माध्यम से लोग अपनी भावनाओं का प्रकटीकरण अपने प्रधानमंत्री जी के सामने करते हैं। सीएम नेक हा कि सचमुच में मन की बात ने एक सामाजिक क्रांति की है और कई सामाजिक बदलाव हुए हैं। मैं प्रधानमंत्री जी का हृदय से अभिनंदन करता हूं।

मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड पर सीएम शिवराज ने आलेख भी लिखा। मन की बात कार्यक्रम एक जन अभियान है। जन-गण का जनमन से संवाद है। मन की बात कार्यक्रम की उपलब्धि को लेकर सीएम शिवराज ने प्रधानमंत्री जी को बधाई और शुभकामनाएं दी।उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश और प्रदेश बदल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी एक गौरवशाली, वैभवशाली, शक्तिशाली, संपन्न और समृद्ध भारत के निर्माण की दिशा में अग्रसर है।

शिवराज ने कहा जब भी देश पर कोई संकट आया तब प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम से देशवासियों का मार्गदर्शन किया। मन की बात कार्यक्रम न सिर्फ प्रधानमंत्री के मन की अभिव्यक्ति है बल्कि लोगों की अपेक्षाओं की भी अभिव्यक्ति बन गया है। शिवराज ने लिखा – अगर हर कोई एक कदम चले, यदि आप एक कदम चलते हैं तो देश 131 करोड़ कदम चलता है। इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री द्वारा रेडियो पर शुरू की गई जनसंवाद कि श्रंखला देश दुनिया तक पहुंच गई।