ज्जैन: मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के माकड़ौन तहसील क्षेत्र अंतगर्त BPL कार्ड मामले में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. जहां 18 फर्जी कार्ड बिना तहसीलदार, एसडीएम के संज्ञान में आये जालसाजों द्वारा फर्जी सील लगाकर बना दिए गए. मामला जैसे ही कलेक्टर कार्यालय पहुंचा और कलेक्टर ने पाया 18 नाम पर फर्जी कार्ड बनाये गए है. कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच दल गठित किया है.

आपको बता दें कि जांच दल में तराना तहसील एसडीएम, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को नियुक्त किया है जो कि स्पष्ट जांच रिपोर्ट 7 दिन में सौपेंगे. माकड़ौन तहसिलदार अनिरुद्ध ने अधीक जानकारी देते हुए कहा कि माकड़ौन तहसील के अंदर एसडीएम साहब को सूचना मिली थी, कि जनपद में कुछ ऐसे BPL प्रमाण पत्र रखें है, जो तहसील से जारी नहीं हुए हैं. जिस पर एसडीएम ने जांच की और 18 नामों की सूची हमें दी थी और ये सत्यापित करने को कहा ये प्रकरण क्रमांक के आपके यहां से जारी हुए या नहीं?

चूंकि तहसीलदार को ही जारी करने का अधिकार है. हमने जांच की और पाया जो प्रकरण नंबर डालें गए हैं, सब फर्जी है. आजकल प्रकरण नंबर सिर्फ RCMS से ही जनरेट होते हैं, जिसे रेवेन्यू केस मैनेजमेंट सिस्टम कहा जाता है. उसके बाद तहसीलदार आदेश करते हैं. एसडीएम साहब को रिपोर्ट भेज दी गई है. पूरे मामले में पुलिस कार्रवाई करने की बात कही गई है. जानकारी के अनुसार माकड़ोन तहसील के ग्राम खेड़ा चितावलिया, पचोला, गुंदलडिया, कतवारिया में फर्जी बीपीएल बनाने का धंधा पकड़ा गया है. जिसमें से ग्राम खेड़ा चितावलिया में अधिक राशन कार्ड बने हैं. जहां एक ही परिवार की तीन व्यक्तियों की बीपीएल बना दिए गए हैं.