भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों के धरने का आज पांचवां दिन है। इनका समर्थन करने हरियाणा और पश्चिमी UP की कई खाप पंचायतें जंतर-मंतर पहुंचीं। पहलवानों का पक्ष लेते हुए पंचायतों ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ तुरंत FIR दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की। वहीं सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर कल यानी शुक्रवार को सुनवाई के आदेश दिए हैं।

पीटी उषा का बयान आया सामने
इस बीच भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा- पहलवानों का सड़कों पर प्रदर्शन करना अनुशासनहीनता है। इससे भारत की छवि खराब हो रही है। IOA ने पूर्व निशानेबाज सुमा शिरूर, वुशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बाजवा को WFI चलाने के लिए तीन सदस्यीय एडहॉक पैनल में शामिल किया है। तीसरा मेंबर हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज होंगे। इनका नाम अभी तय नहीं है।
पीटी उषा के बयान पर पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा- उनसे इतने कड़े बयान की उम्मीद नहीं थी।
धरने के दौरान बजरंग पूनिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट का कवर बदल दिया है। इसमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाते हुए खड़े थे, लेकिन अब उन्होंने अपनी सिंगल फोटो लगा ली है।
दंगल गर्ल इंटरनेशनल रेसलर गीता फोगाट भी पहलवानों के समर्थन में आ गई हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- सत्य परेशान हो सकता है, पर पराजित नहीं। उनकी बहन बबीता फोगाट भी यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए बनी कमेटी पर सवाल खड़ी कर चुकी हैं।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर बोले एफआईआऱ कोई भी करा सकता है
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा- जंतर-मंतर पर बैठे पहलवानों के साथ मैं 12 घंटे बैठा। उनकी बात सुनी, कमेटी बनाई, हम निष्पक्ष जांच चाहते थे। पहलवानों के कहने पर ही बबीता फोगाट को कमेटी में शामिल किया गया।
हर किसी को अपनी बात रखने का मौका दिया गया। किसी भी थाने में कोई भी FIR दर्ज करा सकता है। पुलिस ने कहा कि प्राथमिक जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। मोदी सरकार हमेशा खिलाड़ियों के साथ खड़ी रही है। हमारे लिए खेल प्राथमिकता है, जिसके साथ हम कोई समझौता नहीं करेंगे।
राकेश ने कहा विनेश साक्षी के साथ कुछ गलत नही हुआ
हरियाणा कुश्ती संघ के महासचिव राकेश का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा- विनेश और साक्षी के साथ कुछ भी गलत नहीं हुआ। फोगाट परिवार कुश्ती संघ पर कब्जा करना चाहता है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर पहलवानों को भड़काने का आरोप लगाया। साथ ही कहा- बजरंग पूनिया सरकारी अधिकारी हैं। वे बिना अनुमति धरने पर नहीं बैठ सकते।