प्रयागराज । क्या अतीक अहमद को गुजरात के साबरमती जेल से लाए जाने के दौरान भगाने की तैयारी थी? क्या इसके लिए अतीक अहमद का बेटा असद अहमद ऐसी कोई बड़ी प्लानिंग कर रहा था? यह सवाल यूपी के स्पेशल डीजे प्रशांत कुमार के बयान के बाद उठ खड़े हुए हैं। उमेश पाल मर्डर केस में मुख्य आरोपी असद अहमद के एनकाउंटर के बाद स्पेशल डीजी मीडिया के सामने आए तो उन्होंने एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि झांसी के पास अतीक अहमद को पुलिस की गिरफ्त से फरार कराने की प्लानिंग थी। यूपी पुलिस के चाक-चौबंद इंतजाम के कारण असद अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाया। दरअसल, असद अहमद का एनकाउंटर झांसी के पास हुआ है। इसको लेकर स्पेशल डीजी के बयान और असद की प्लानिंग के बीच के तार जोड़े जा रहे हैं।

साबरमती जेल से लाए जाने के दौरान भगाने की कोशिश
माफिया डॉन अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया है। मंगलवार 11 अप्रैल को दोपहर बाद अपराह्न 2:30 बजे अतीक का काफिला साबरमती जेल से निकला था। अतीक को लेकर निकला काफिला अचानक राजस्थान में रुक गया। राजस्थान के डु्ंगरपुर में काफिले की गाड़ी में खराबी के बाद अतीक को बिछीबाड़ा थाने में करीब ढाई घंटे तक बैठाया गया। इसी प्रकार की स्थिति ने असद की सारी प्लानिंग पर पानी फेर दिया। अगर यह काफिला राजस्थान में नहीं रुकता तो इसके 12 अप्रैल को भोर के समय में झांसी में प्रवेश करने जैसी स्थिति बनती। वहां पर असद अपने गुर्गों के साथ काफिले पर हमला कर पिता को छुड़ा सकता था।

अतीक के काफिले के यूपी सीमा में दाखिल होने के बाद इस प्रकार की कार्रवाई की प्लानिंग की गई थी। झांसी में अतीक के काफिले के प्रवेश के दौरान हमले की योजना की बात कही जा रही है। हालांकि, झांसी में प्रवेश में देरी के कारण उसकी प्लानिंग फेल हुई।

अतीक के काफिले की रेकी की भी चर्चा
अतीक अहमद के काफिले की रेकी की भी चर्चा चल रही है। कहा यह भी जा रहा है कि अतीक के काफिले के साथ चल रही मीडिया की टीम की आड़ में असद के गुर्गों के भी इसमें शामिल होने की बात कही जा रही है। इससे अतीक के काफिले के पल-पल की जानकारी असद के पास पहुंच रही थी। साबरमती जेल से जब 16 दिन पहले अतीक को प्रयागराज लाया गया था, उस दौरान परिवार के कई सदस्य साथ चल रहे थे। इससे उन्हें रूट के बारे में पूरी जानकारी मिल गई थी। अतीक के बेटे के झांसी में यूपी एसटीएफ की पकड़ में आने के बाद से यह मामला अब काफी गरमा गया है।

पुलिस के पास था इनपुट
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि हमारे पास इस प्रकार के हमलों के इनपुट थे। इस कारण अतीक के काफिले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। असद एनकाउंटर के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि अतीक अहमद को छुड़ाने के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए पुलिस की तैयारी पूरी थी। हालांकि, उनके बयान ने सनसनी बढ़ा दी है। दरअसल, अतीक को उमेश पाल मर्डर केस के बाद से साबरमती जेल से प्रयागराज लाने के दौरान मीडिया की टीम लगातार पीछे रही। अतीक ने पहले अपनी जान को खतरा बताया था। बाद में मीडिया के साथ रहने को लेकर धन्यवाद भी दिया।