इंदौर। देश के साथ-साथ इंदौर भी गुरुवार को रामनवमी के जश्न में डूबा हुआ था। शहर के सबसे पुराने इलाकों में एक स्नेह नगर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में भी श्रद्धालु उमड़े हुए थे। सुबह के करीब 11:30 बजे रहे थे। मंदिर में राम जन्मोत्सव को लेकर हवन चल रहा था लेकिन जब लोग पूर्ण आहुति के लिए अपनी जगह पर खड़े हुए तो बड़ा हादसा हो गया। उनके पैरों तले जमीन खिसक गई, दर्जनों लोग करीब 50 फुट गहरे गढ्ढे में गिर गए।
बाद में पता चला कि लोग जिसे जमीन मान रहे थे, वह एक बावड़ी की छत थी। मंदिर प्रशासन ने एक पुरानी बावड़ी को भरे बिना ही उसके ऊपर लिंटर डालकर उसे ढक दिया था। हादसे के बाद बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. इसमें एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ-साथ सेना के जवानों की मदद ली गई।
इंदौर संभाग कमिश्नर पवन शर्मा ने बताया कि इस हादसे में अब तक 35 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। राहत कार्य अब भी जारी है, वहीं अब तक 18 लोगों को बचाया जा चुका है। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूरी घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों को 50 हजार रुपये की मदद देने का ऐलान किया है। घायलों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी।
डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादा कर लोगों की डूबने से मौत हुई है बताते हैं कि बावड़ी में 15 फीट पानी था, शवों को ले जाने के लिए एंबुलेंस तैयार है, पंचनामे के बाद 36 वाहनों से शवों को भेजा जाएगा।