खंडवा, मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से हैरान करने वाली खबर सामने आई है. आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में पंच की हत्या कर दी गई थी. गुस्साए लोगों ने आरोपी के घर के आंगन में ही चिता तैयार करने के बाद मृतक पंच का वहीं अंतिम संस्कार कर दिया. हैरानी की बात यह है कि क्रियाकर्म को भारी पुलिस बल के सामने किया गया.

लोगों को रोकने की जगह पुलिसकर्मी मूक दर्शक बने सब कुछ अपने मोबाइल में रिकॉर्ड करते रहे. मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. दरअसल, जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र खालवा के कोठा गांव में 20 फरवरी की रात को 37 साल के फूलचंद कोरकू की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी.

लोहे की रॉड और लाठी से किया था हमला
फूलचंद यहां की पंचायत में पंच था. बताया गया कि फूलचंद रात साढ़े नौ बजे के करीब गांव में रहने वाले रामू यादव के घर के सामने से गुजर रहा था, इसी बीच रामू ने अपने चचेरे भाई दुर्गालाल यादव और मायाराम यादव के साथ मिलकर उस पर लोहे की रॉड और लाठी से हमला कर दिया.

तीनों नें मिलकर फूलचंद को इतना पीटा की वह अधमरा हो गया था. जब पीड़ित के घरवालों को इस बात की जानकारी मिली, तो सभी उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर निकले. मगर, गहरी चोटों के कारण फूलचंद ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई. वहीं, फूलचंद के शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी भिजवाया गया.

मचा हंगामा, पहुंचाई गई पुलिस
फूलचंद की हत्या के बाद आदिवासियों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया. सभी ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया. रात में ही खालवा थाने का घेराव कर दिया. जानकारी मिलने के बाद खंडवा एसपी ने अतिरिक्त पुलिस बल खालवा थाने भेजा. किसी तरह पुलिस ने ग्रामीणों को मनाया, तब जाकर थाने से लोगों को हटाया गया.

घटना के अगले दिन यानि 21 फरवरी को जब फूलचंद का पोस्टमार्टम हो रहा था. इस दौरान ग्रामीणों ने फिर से आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, उन्हें फांसी देने, उनके घर ध्वस्त करने और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की. शव के मिलने के बाद इसको लेकर जनपद तिराहे पर चक्का जाम कर दिया.

आरोपियों के घर चिता बनाकर किया अंतिम संस्कार
पुलिस के आश्वासन के बाद भी आक्रोशित लोग का गुस्सा शांत नहीं हुआ था. फूलचंद के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी. फिर अचानक से माहौल बदला और गुस्साए लोगों ने आरोपियों के घर में चिता सजाई और फूलचंद का वहीं अंतिम संस्कार कर दिया. गांव में माहौल न बिगड़े, इसके लिए पुलिस की तैनाती की गई थी. मगर, लोगों के गुस्से को देखते हुए पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने सब देखते रहे. अंतिम संस्कार को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड करते दिखे.

कैबिनेट मंत्री विजय शाह ने जताया दुख
एमपी सरकार में कैबिनेट मंत्री विजय शाह ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुई इस पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा ”जिस तरह आदिवासी की जघन्य हत्या की गई, उसकी मैं घोर निंदा करता हूं. किसी आदिवासी को मार-मारकर हत्या करने से ज्यादा घृणित अपराध कुछ और नहीं हो सकता. इस अपराध में शामिल लोग किसी भी जाति के हो, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा.”

मंत्री ने आगे कहा कि पीड़ित परिवार को 8 लाख 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता सरकार की ओर से दी जाएगी. अपराधी जल्द से जल्द फांसी के फंदे पर लटके, इसके प्रयास करेंगे. बता दें कि कुछ दिन पहले भी एक गांव में दो युवकों की हत्या की गई थी.

यह है खंडवा एसपी का कहना
इस पूरे मामले पर खंडवा एसपी विवेक सिंह का कहना है कि खालवा थाना क्षेत्र के कोठा गांव में आदिवासी युवक की पीट-पीटकर हत्या की गई थी. मृतक की पत्नी के आवेदन पर धारा 302 सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है.

एसपी ने कहा कि 6 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. एफआईआर में और भी नाम जोड़े गए हैं, उन लोगों की तलाश की जा रही है. मामले में जांच जारी है. मृतक की पत्नी सहित परिवार के अन्य लोगों के बयान भी लिए जा रहे हैं.