गुना कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के गृह नगर राघौगढ़ में नगरपालिका के अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के लिए पार्षदों को सुरक्षित स्थान भेज दिया है। कांग्रेस अपने पार्षदों की खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर भेज दिया है। गुना जिले की 24 सदस्यीय राघौगढ़ नगरपालिका के लिए हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के 16 पार्षद निर्वाचित हुए हैं, जबकि बीजेपी के केवल आठ पार्षद बने हैं। राघौगढ़ नगरपालिका के अध्यक्ष पद के चुनाव की तारीख की घोषणा अभी नहीं की गई है। गुना जिला कांग्रेस (शहर) अध्यक्ष हरि विजयवर्गीय ने यहां बताया, ‘‘पार्टी ने किसी डर से नहीं, बल्कि पुराने अनुभवों के आधार पर अपने पार्षदों को सम्पर्क व मोबाइल से दूर रखा है।’’
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि इन पार्षदों को कहां भेजा गया है। विजयवर्गीय ने कहा कि कुछ महीने पहले भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस के पार्षदों को भाजपा ने अपने पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव डाल कर घोर अनियमितता की थी। इसके अलावा, मध्यप्रदेश के पंचायत मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया का बयान है कि ‘हमारे साथ आ जाओ, नहीं तो बुलडोजर तैयार है।’ यह कथन भी हमें अलर्ट रखे हुए है।
क्या कहा था पंचायत मंत्री ने
पंचायत मंत्री सिसौदिया ने राघौगढ़ नगरपालिका के लिए हाल ही में हुए चुनाव प्रचार के दौरान रुठियाई में एक आम सभा को संबोधित करते हुए खुले तौर पर कांग्रेसियों को भाजपा में आने का न्योता देते हुए कहा था कि भाजपाईयों को धमकाने वाले तथा गलत कामों में लिप्त लोगों के लिये मामा (यानी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान) का बुलडोजर तैयार है। भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिकरवार ने कहा कि राघौगढ़ कांग्रेस में आपसी गुटबाजी है, इसलिये कांग्रेस अपने पार्षदों को समेटने का प्रयास कर रही है और आपसी खेमेबंदी का झूठा दोष भाजपा पर मढ़ रही है।
राघौगढ़ नगरपालिका सहित 19 नगरीय निकायों के कुल 343 वार्डों के लिए 19 जनवरी को मतदान हुआ था, जबकि इसके परिणाम 23 जनवरी को आये। इनमें से 183 वार्डों में भाजपा और 143 वार्डों में कांग्रेस के पार्षद विजयी घोषित हुए हैं। पार्षद अब अपने-अपने नगर निकाय के अध्यक्ष का चुनाव करेंगे।