ग्वालियर: ग्वालियर में लोगों को जागरूक करने और सामाजिक सहभागिता निभाने के लिए पुलिस नवाचार कर रही है. सिरसा गांव में पुलिस की अनोखी पहल देखने के लिए मिली. यहां शीतल दास महाराज के भंडारे में 5 थानों के पुलिस बल ने अपने हाथों से खाना बनाया. पुलिस ने भंडारे में भोजन करने वाले श्रद्धालुओं को पहले हेलमेट पर हाथ रखकर शपथ दिलवाई कि वह जब भी घर से निकलेंगे तो हेलमेट लगाकर ही गाड़ी चलाएंगे.

सिरसा गांव के देवनारायण मंदिर में आयोजित कथा का 28 जनवरी को समापन हुआ. इस मौके पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया था. इसमें करीब 60 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की. श्रद्धालुओं की सुरक्षा की दृष्टि से ग्वालियर जिले के पांच थाने के करीब 40 पुलिसकर्मियों का बल तैनात किया गया था. पुलिस के अधिकारी भी यहां मॉनिटरिंग के लिए मौजूद थे.

पुलिस की पहल का स्वागत
भंडारे में आए श्रद्धालुओं ने भी पुलिस की पहल का स्वागत किया. उन्होंने भोज करने से पहले शपथ ली और उस शपथ को निभाने का संकल्प भी लिया. लोगों ने पुलिस की इस पहल को सराहनीय बताया. श्रद्धालुओं ने कहा कि हादसों के दौरान जीवन की सुरक्षा के लिए हेलमेट जरूरी है. आज जब वह भंडारे में आए हैं तो उन्हें पुलिस ने हेलमेट लगाने की शपथ दिलाई है. अब वो खुद भी हेलमेट लगाएंगे और दूसरों को भी प्रेरणा देंगे. ताकि, हादसों के दौरान लोगों की जिंदगी बच पाए.

यह है भंडारे से जुड़ी मान्यता
सिरसा गांव के देवनारायण मंदिर में 22 जनवरी से कथा का आयोजन चल रहा था. उसका 28 जनवरी को समापन हुआ. कथा के दौरान यहां 7 दिन तक भंडारे का आयोजन भी होता रहा. इसमें करीब 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु भोजन करते थे. शनिवार को समापन के मौके पर 60 हजार से ज्यादा लोग कथा सुनने के बाद भंडारे में भोजन प्रसादी करने पहुंचे. मान्यता है कि शीतल दास महाराज की कथा के दौरान आसपास के 40 गांव में 7 दिन तक चूल्हा नहीं जलता. लोग कथा सुनने के साथ ही इस देवनारायण मंदिर पर ही भंडारे में भोजन ग्रहण करते हैं.