भोपाल । भाजपा की फायर ब्रांड नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराब बंदी को लेकर एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। वह शनिवार देर शाम को भोपाल के अयोध्या नगर स्थित दुर्गा मंदिर में तीन दिवसीय धरने पर बैठ गईं हैं। उनका कहना है कि 31 जनवरी को नई शराब नीति घोषित होना है। मैं यहीं पर बैठी रहूंगी तो सबको याद रहेगा कि किसने क्या बोला था। मैं यहीं बैठकर प्रदेश सरकार की शराब नीति सुनूंगी।
दरअसल, भोपाल के अयोध्यानगर में मंदिर के सामने शराब की दुकान और एक बड़ा आहता स्थित है। जिसको लेकर वह पहले भी धरना-प्रदर्शन कर चुकी हैं, लेकिन शराब दुकान का ठेकेदार कोर्ट से स्टे लेकर आ गया था। इस वजह से शासन को कार्रवाई बीच में रोकना पड़ी थी। उमा भारती शनिवार शाम को मंदिर पहुंची थी। यहां उन्होंने पूजा अर्चना की और भाजपा संगठन के साथ ही सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कि तीन दिन तक मैं यहां पर रहूंगी और 31 जनवरी को मध्यप्रदेश सरकार की शराब नीति भी घोषित हो जाएगी, उसको यहीं बैठकर मैं सुनूंगी। मुझे लगा कि यह सबसे अच्छी जगह है यह बहुत सिद्ध स्थान है। 50 साल से ज्यादा पुराना हनुमान जी का मंदिर है और 20 साल से ज्यादा पुराना दुर्गा जी का मंदिर है। ठीक सामने सारी मर्यादाओं का उल्लंघन करता हुआ शराब का बहुत बड़ा अहाता है, जो आज की शराब नीति का भी उल्लंघन कर रहा है। 50 मीटर की मर्यादा को वह तोडे़ हुए है। इसलिए हमने यह सोचा कि हम तीन दिन यहीं रहेंगे।
उमा भारती ने मंदिर परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कुछ समय पहले तक जब हम विपक्ष में थे, तब हमने अवैध उत्खनन और शराब नीति का खुलकर विरोध किया। सत्ता में आने के बाद अचानक हम वह बातें भूल गए हैं। अब हमें वह बातें याद करनी पड़ेंगी। मुझे विश्वास है कि अगर मेरे कहने पर नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली लागू हो गई तो मध्यप्रदेश में 2003 का रिकॉर्ड रिपीट हो जाएगा। भाजपा को बड़ी संख्या में महिलाएं वोट देंगी, क्योंकि शराब में सब बह जाता है। लाडली लक्ष्मी सड़क पर बह जाती है, जननी सुरक्षा भी सड़क पर नहीं चल पाती, आवास कुटीर भी नहीं टिक पाती। सारी योजनाएं शराब में बह जाती हैं। इसलिए हमें एक स्वस्थ समाज का निर्माण करना पड़ेगा।
उमा भारती ने कहा कि नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली में मध्यप्रदेश ही मॉडल स्टेट बन सकता है। गैर भाजपाई सरकारों ने भी हमारी सरकार की कई चीजें कॉपी की हैं। वे नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली पर भी हमें कॉपी करेंगे। हमने दिल्ली और छत्तीसगढ़ में इसका विरोध किया है तो हम दो मुंह नहीं रख सकते। मेरा भरोसा टूटा नहीं है, मैं आशान्वित हूं। शिवराज जी से मेरी बहुत रिलेक्स माइंड से बात हुई है। फिर भी मैं क्या करूं? मेरा दिल ही ऐसा है कि मैं थोड़ी सी आशंकित हो गई हूं, इसलिए मैं यहां हनुमान जी और दुर्गा जी की शरण में आकर बैठ गई हूं। मैं इस बात को लेकर चिंतित हूं कि हमारी सरकार के जो मूल तत्व थे, हमें उनका आधार नहीं छोड़ना चाहिए। हमें उन पर ही चलना है। मुझे भाजपा का ही प्रचार करना है। मुझे पता है कि मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है। हमारे पास आठ महीने हैं। अभी हम इन चीजों को ठीक कर सकते हैं।
उमा भारती ने कहा कि मुझे पता है कि शिवराज जी सतर्क हैं। उन पर मुझे पूरा विश्वास है। मैं पूरी तरह से आशान्वित हूं। इसी बीच में मेरी शिवराज जी से उनके निवास पर जो मुलाकात हुई, उसमें मैंने पूछा था कि आपने मेरे परामर्शों के बारे में क्या विचार किया। उन्होंने मुझसे कहा कि हम आपके परामर्श में को इग्नोर नहीं कर सकते क्योंकि आपके परामर्श अकेले आपकी बात नहीं हैं बल्कि उसमें जनभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि मैंने 8 और 9 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर कहा था कि मैं कुछ दिन तक मध्यप्रदेश के प्रवास पर रहना चाहती हूं। कोई सभा नहीं करना चाहती, लेकिन लोगों से मिलना चाहती हूं।
उन्होंने कहा कि नई शराब नीति 31 जनवरी को घोषित होने वाली है। इस वजह से मेरे दिन में धक-धक होने लगी और मैं दुर्गाजी – हनुमानजी की शरण में आकर बैठ गई। ऐसा न हो फिर कोई गलती हो जाए। अब मैं यहां बैठी रहूंगी तो सबको याद रहेगा कि किसने क्या बोला था। तीन दिन बाद नीति मैं क्या होगा यह सरकार तय करेगी। मैं चौथे दिन एक फरवरी को बताऊंगी।