भोपाल मध्यप्रदेश में मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी बीजेपी ने सत्ता और संगठन में कसावट शुरू कर दी है। इसे लेकर बुधवार को भोपाल में बीजेपी ऑफिस में बैठकों का दौर चलता रहा। इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने सिंधिया समर्थक मंत्रियों की आधे घंटे तक क्लास ली।
उन्होंने सिंधिया समर्थक मंत्रियों को गैरजरूरी बयानबाजी से दूर रहने और चुनावी तैयारियों में जुटने के लिए कहा। हालांकि बैठक के बाद मंत्री बाहर निकले तो मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव ने चुप्पी साध ली। हालांकि बिजली कर्मचारियों की हड़ताल पर मंत्री द्युम्न सिंह तोमर ने सिर्फ इतना कहा- बिजली आई- बिजली गई।
कार्यकर्ताओं के बीच रखें तालमेल
सूत्रों की मानें तो भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने सिंधिया समर्थक मंत्रियों को पार्टी के कार्यक्रमों के हिसाब से तय प्रवास और कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए कहा है। स्थानीय स्तर पर बढ़ रहे गतिरोध को भी कंट्रोल करने, साथ ही कार्यकर्ताओं से तालमेल बनाने के लिए कहा है। शिवप्रकाश ने अनावश्यक बयानबाजी से बचने की भी सलाह भी दी है। उपचुनाव में जो बूथ हारे थे, उन बूथों पर फोकस करने को भी कहा गया है। साथ ही, मंत्रियों को अपने विभागों में होने वाले नवाचारों को भी पब्लिक के सामने प्रचारित करने की सलाह दी है।
भूपेन्द्र सिंह बोले- भाजपा में कोई किसी का समर्थक नहीं
सिंधिया समर्थक मंत्रियों की क्लास लेने के सवाल पर मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा- पार्टी की सभी बैठकें निर्णायक होती हैं। शिवप्रकाश जी समय-समय पर नेताओं का मार्गदर्शन करते हैं। इसमें कौन सी नई बात है। सिंधिया समर्थक मंत्रियों के सवाल पर बोले- भाजपा में कोई किसी का समर्थक मंत्री नहीं होता। सभी भाजपा के कार्यकर्ता होते हैं। जो भी कमजोर सीटें हैं, उन्हें जीतने की तैयारी है।
इस बार कमलनाथ को फेयरवेल देंगे: भूपेन्द्र सिंह
भाजपा की विकास यात्रा को ‘फेयरवेल यात्रा’ कहने पर भूपेन्द्र सिंह ने कमलनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- कमलनाथ की फेयरवेल यात्रा हो चुकी है। हम विकास यात्रा शुरू कर रहे हैं। कमलनाथ का बचा हुआ फेयरवेल हम इस बार कर देंगे। युवाओं को मौका देने पर उन्होंने कहा – भाजपा ऐसा दल है, हमारे जिलाध्यक्ष 35 साल तक की उम्र के बने हैं। जितना युवा नेतृत्व इस समय भाजपा के पास है, उतना दूसरी पार्टी के पास नहीं है।
रामभद्राचार्य जी के भोपाल का नाम बदलने की मांग पर मंत्री ने कहा कि महाराज जी ने विषय रखा है, तो सरकार उस पर विचार करेगी। पठान के विरोध पर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मुझे लगता है सेंसर बोर्ड ने देख लिया है। उसे सामने आने दीजिए। कोई ऐसा विषय होगा, तब विरोध करें। अभी तो सेंसर बोर्ड के देखने के बाद ही फिल्म आई है।