शहडोल। मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के ब्यौहारी में करीब तीन साल पहले हुए दोहरे हत्याकांड में न्यायालय ने आरोपी को दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। आरोपी ने अपने ससुर और पत्नी की कुल्हाड़ी से टुकड़े कर नृशंस हत्या कर दी थी।

दामाद द्वारा बेटी के साथ आए दिन मारपीट करने से नाराज पिता ने अपनी बेटी को ससुराल नहीं भेजा था। इसके बाद जब दामाद पत्नी को लेने ससुराल आया तो ससुर ने दामाद से दो टूक कहा कि तुम मेरी पुत्री के साथ मारपीट करते हो। इसलिए सुबह चार लोगों के बीच लिखा पढ़ी करने के बाद ही उसे तुम्हारे साथ ससुराल भेजूंगा। तब दामाद ने चुपचाप ससुर की बात सुन ली, लेकिन इसके बाद अंदर ऐसा शैतान सवार हुआ कि उसने सुबह होने का इंतजार ही नहीं किया और रात्रि में ही कुल्हाड़ी से अपने ससुर व पत्नी को मौत के घाट उतार दिया।

उक्त मामले में अपर सत्र न्यायाधीश ब्यौहारी ने बुधवार को आरोपी अमर सिंह गोड़ 28, निवासी ग्राम- भमरहा, थाना मानपुर जिला उमरिया को दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा एवं दो-दो हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित किया।
संभागीय जनसंपर्क अधिकारी नवीन कुमार वर्मा ने बताया कि 3 जून 2019 की रात्रि ब्यौहारी थाने के डॉयल 100 पर सूचना मिली कि ग्राम वसहो में सरपंच नौमन सिंह की दामाद अमर सिंह ने हत्या कर दी। अमर सिंह ने अपनी पत्नी शांतिबाई को भी मौत के घाट उतार दिया। मामले में मृतक नौमन सिंह के पुत्र रावेन्द्र सिंह की रिपोर्ट पर आरोपी अमर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। घटना की रात आरोपी की सास श्यामबाई की अचानक नींद खुली तो देखा कि उनका दामाद कुल्हाड़ी से उसके पति नौमन सिंह की गर्दन काट रहा था। यह देखकर वह डर के मारे चिल्लाते हुए बाहर भागी। सामने की रोड पर गांव के लल्ला और राजकुमार मिल गए तो उन्हें बताया और भागकर अपने पुराने घर से पुत्र रावेन्द्र व अन्य को बुलाकर लाई। सभी जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि शांतिबाई भी वहां नहीं थी। उसे ढूंढा तो आंगन में ही उसका शव भी मिला। उसके पेट में धारदार हथियार की चोटें थी। दामाद अमर सिंह ने उसकी भी हत्या कर दी थी। इसके बाद सभी ने मिलकर वहीं छिपे बैठक अमर सिंह को पकड लिया। उसके पास कुल्हाड़ी और चाकू बरामद किया गया। गवाहों व सबूतों के आधार पर अमर सिंह द्वारा ही दोनों हत्या किए जाने की पुष्टि हुई।