भोपाल। भाजपा के वरिष्‍ठ नेता और मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दिग्विजय सिंह, राहुल गांधी के सामने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान फिर सर्जिकल स्‍ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं. कांग्रेस को कम से कम सेना का मनोबल गिराने का पाप नहीं करना चाहिए. इससे पहले दिग्विजय सिंह ने जम्‍मू में कहा कि केंद्र ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक का कोई सबूत अभी तक नहीं दिया है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के बावजूद यहां पर आतंकवाद अब भी खत्म नहीं हुआ है.

शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्‍तान परस्‍ती का है. कभी सर्जिकल स्‍ट्राइक के सबूत मांगते हैं, कभी भगवान राम का अस्तित्‍व था कि नहीं इसके सबूत मांगते हैं, कभी रामसेतु के सबूत मांगते हैं. अब फिर दिग्विजय सिंह ने शायद भारत जोड़ो यात्रा में चलते-चलते कहा है. राहुल गांधी साथ चल रहे हैं और दिग्विजय सिंह फिर सर्जिकल स्‍ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं. ऐसा कर वो सेना का मनोबल गिराने का पाप कर रहे हैं. पाकिस्‍तान के साथ वो खड़े हैं, ये वो दिखा रहे हैं.”

मध्‍य प्रदेश के सीएम ने कहा, “मैं राहुल गांधी से ये जवाब मांगता हूं कि ये कैसी भारत जोड़ो यात्रा है. टुकड़े-टुकड़े गैंग आपके साथ चल रही है. सेना का मनोबल गिराया जा रहा है. राहुल गांधी भी सवाल उठा रहे हैं कि सेना कमजोर होगी. ये देशभक्ति नहीं हैं. कभी दिग्विजय सिंह के राज में सिमी का गढ़ था ये मध्‍य प्रदेश. कांग्रेस कम से कम सेना का मनोबल गिराने का पाप और अपराध तो न करे.”

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पूर्व सीएम दिग्विजय को बयान पर घेरा है। उन्होंने कहा, इन्होंने राष्ट्र विरोधी एक्टिविटी की सूची में आज एक और को जोड़ा। दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह ने कहा- हमारी सेना पर हमें गर्व है। उन्होंने भी ट्वीट के जरिए अपनी बात रखी।

आज जब सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा पर दिए गए बयान पर जम्मू में दिग्विजय सिंह से सवाल किया गया, तो बीच में कांग्रेस के सीनियर लीडर जयराम रमेश आ गए। बोले- प्रधानमंत्री से जाकर पूछिए। दिग्विजय सिंह ने सफाई में कहा- हम सुरक्षाबलों का काफी सम्मान करते हैं और उनको सर्वोच्च स्थान देते हैं।

दिग्गी के बयान से पार्टी का किनारा

दिग्विजय के बयान से पार्टी ने किनारा कर लिया है। जयराम रमेश ने कहा- इसके बारे में मैंने कल ट्वीट कर बिल्कुल साफ बताया था कि इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का क्या रवैया है और इस पर मैं कुछ नहीं बोलूंगा। ट्वीट में जयराम रमेश ने लिखा, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा व्यक्त किए गए विचार कांग्रेस के नहीं हैं। उनके व्यक्तिगत विचार हैं। 2014 से पहले UPA सरकार ने भी सर्जिकल स्ट्राइक की थी। राष्ट्रहित में सभी सैन्य कार्रवाइयों का कांग्रेस ने समर्थन किया है। आगे भी समर्थन करेगी।