झांसी । जिसके प्यार में सना ने जेंडर बदलवाने के लिए कई कष्टप्रद सर्जरी कराईं, 12 लाख रुपये खर्च करके सोहेल बनी, वही प्रेमिका धोखा दे गई। उसने अपना दूसरा प्यार ढूंढ लिया और सोहेल को छोड़ गई। परेशान सोहेल ने कोर्ट में दावा दायर कर दिया। कोर्ट से नोटिस जारी हुए पर प्रेमिका हाजिर नहीं हुई। गैरजमानती वारंट जारी होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां उसे जमानत पर छोड़ा गया है।

यह अजब-गजब कहानी झांसी के प्रेमनगर की है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की एएनएम सना प्रेमनगर थाना क्षेत्र में किराए के मकान में रहती थी। उसने बताया कि मकान मालिक की बेटी सोनल से उसे प्यार हो गया। सोनल ने भी उसके प्यार को स्वीकार किया। हम दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं। सोनल के घरवालों ने कमरा खाली करा लिया तो मैं सरकारी क्वार्टर में रहने लगी। सोनल भी मेरे साथ रहने लगी। सोनल के परिजनों ने पुलिस में शिकायत की। पूछताछ में सोनल ने लिखकर दिया कि वह परिजनों के साथ नहीं, बल्कि सना के साथ रहेगी। दोनों बालिग थीं लिहाजा पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 18 सितम्बर 2017 के बाद दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगीं।

सना का कहना है कि सोनल के कहने पर उसने जेंडर बदलवाने की कष्टकारी प्रक्रिया पूरी कराई। पिछले पांच साल में कई सर्जरी हुईं। इसमें 12 लाख रुपये खर्च हुए। दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में काउंसिलिंग तक हुई। 2020 में प्रक्रिया पूरी हुई। इस पूरी प्रक्रिया में सोनल सना के साथ रही। फिर स्त्री से पुरुष बनी और उसका नाम सोहेल हो गया। सोहेल और सोनल साथ ही रह रहे थे। इधर, अप्रैल 2022 में सोनल ने एक अस्पताल में नौकरी शुरू कर दी। वहां साथ काम करने वाले लड़के से सोनल को प्यार हो गया। वह उसे ही वक्त देने लगी।

सोहेल से अनदेखी बर्दाश्त न हुई तो उसने आपत्ति जताई। इस पर सोनल ने खुलकर कह दिया कि वह उक्त लड़के से प्यार करती है और घर छोड़कर चली गई। परेशान होकर सोहेल ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने सोनल को कोर्ट में पेश किया, जहां उसे जमानत पर छोड़ दिया गया है। सोहेल का कहना है कि यह लड़ाई वह अंत तक लड़ेगा। किसी की जिंदगी बर्बाद करने वालों को सबक सिखाना जरूरी है।