छतरपुर के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने हमला बोला है। गोविंद सिंह ने भी धीरेंद्र शास्त्री से उनकी शक्तियों को प्रमाणित करने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि जब बागेश्वर सरकार पर आरोप लगे तो वे अपना बिस्तर लेकर क्यों भागे। यदि उनके पास चमत्कारी शक्तियां हैं तो उन्हें प्रमाणित करें।

गोविंद सिंह ने कहा है कि वे सनातन धर्म में विश्वास करते हैं, लेकिन पाखंड और ढोंग में उनका भरोसा नहीं है। देश में हिंदुओं की बड़ी तादाद है। वे भी पाखंड को ठीक नहीं मानते। जब बाबा को नागपुर की अंधविश्वास उन्मूलन समिति ने शक्तियां प्रमाणित करने की चुनौती दी तो वे वहां से क्यों भाग गए। अगर उनमें सच्चाई है तो जवाब दें। प्रामाणिकता के आधार पर जवाब दें। तांत्रिक जैसी प्रथा को प्रचारित कर रखा है, उसे प्रमाणित करें।

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर नागपुर की अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने जादू टोना और अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया है। समिति ने उन्हें चुनौती दी थी कि वो कहते हैं कि लोगों के बारे में बिना मिले ही जान लेते हैं। इस बात को वो अपना दरबार लगाकर साबित करें। इसके बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 13 जनवरी की बजाय 11 जनवरी को नागपुर से निकल गए थे। उनके ऊपर नागपुर से कथा छोड़कर भागने का आरोप लगा था। समिति के आरोपों को लेकर बाबा ने एक के बाद कई बयान दिए हैं। उनका कहना है कि धर्मांतरण को रोकने के कारण उन पर इस तरह के हमले हो रहे हैं। उन्होंने ईसाई मिशनरियों पर उनके खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा है कि भारत में कैंडल जलाना और चादर चढ़ाना आस्था है, लेकिन अर्जी की नारियल चढ़ाना अंधविश्वास माना जाता है।