भोपाल: मध्य प्रदेश में पूर्व सीएम कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसा है. कमलनाथ ने कहा कि सिंधिया कहीं के तोप नहीं हैं. हमें किसी सिंधिया की जरूरत नहीं है. यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया इतनी बड़ी तोप थे तो चुनाव क्यों हार गए? शिवराज सरकार पर बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार अपने 18 साल का हिसाब दे. मैं अपनी सरकार के 15 माह का हिसाब देने के लिए तैयार हूं.
टीकमगढ़ पहुंचे कमलनाथ ने पत्रकारों से बातचीत में ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर निशाना साधा. कमलनाथ ने कहा कि मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने के बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल करते हुए मध्य प्रदेश की सत्ता से 15 सालों का सूखा खत्म किया था, लेकिन महज 15 महीनों में ही इस राजनीतिक घटनाक्रम के दौरान कांग्रेस की सरकार चली गई थी.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने टीकमगढ़ में एक जनसभा को भी संबोधित (address public meeting) किया. वे जैसे ही मंच पर भाषण देने पहुंचे तो सबसे पहले उन्होंने जनसभा में मौजूद लोगों का अभिवादन करते हुए बुंदेलखंडी में कहा राम-राम पौंचे. इसके बाद उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत की.
कमलनाथ ने भाषण में कहा कि भारत एक ऐसा अनोखा देश है, जिसमें विभिन्न जाति, संप्रदाय और भाषाओं के लोग रहते हैं. आजादी के बाद से कांग्रेस ने देश को एकजुट करने का काम किया, लेकिन भाजपा अब देश को वर्ग, संप्रदाय और जातियों के नाम पर बांटने का काम कर रही है.
भाषण के दौरान कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के लोग मुझसे 15 महीने की सरकार का हिसाब मांगते हैं. मैं कहता हूं कि पहले शिवराज सिंह चौहान 18 साल के शासन काल का हिसाब दें. फिर मैं अपने 15 महीने के कार्यकाल का हिसाब दूंगा. शिवराज चाहें तो एक मंच पर खड़े होकर सवाल-जवाब कर सकते हैं.
आगे भाषण में कमलनाथ ने कहा कि चुनाव होते रहते हैं, लेकिन इस बार के चुनाव महत्वपूर्ण हैं. इस बार हमें देश की संस्कृति और संविधान बचाने के लिए वोट करना होगा. विकास और बेरोजगारी की बात बाद में भी हो जाएगी, लेकिन इस बार संस्कृति और संविधान को बचाना जरूरी है.