भोपाल।  जहां एक तरफ आर्थिक राजधानी में महासम्मेलन की तैयारियां चल रही हैं तो वहीं दूसरी ओर देश और विदेश से आ रहे हजारों अतिथियों की सुरक्षा को लेकर मध्य प्रदेश सरकार बहुत ज्यादा गंभीर है। बीते कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक के दौरान सुरक्षा को लेकर कहा कि प्रवासी सम्मेलन हमारे प्रदेश के लिए एक प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन है। सम्मेलन के दौरान इंदौर और उसके आसपास कोई भी बड़ा अपराध नहीं होना चाहिए। पुलिस अपराधों पर इस तरह नियंत्रण रखे कि पत्ता भी न खड़के। अभी से गुंडे-बदमाशों की धरपकड़ शुरू कर दी जाए।

• 200 सौ से अधिक कैमरे लगाए जाएंगे

सुरक्षा को लेकर की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में बताते हुए पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्र ने यह बताया कि एयरपोर्ट से आयोजन स्थल तक 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा एयरपोर्ट क्षेत्र में 85 पुलिस जवान छतों पर खड़े रहकर सुरक्षा में मुस्तैद रहेंगे। होटलों में जिस कमरों में मेहमान रुकेंगे। वहां अवश्यकता होने पर क्यूआर कोड स्केन कर होटल की सुरक्षा में लगे पुलिस अफसरों के नंबर पर अतिथि कॉल कर सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि 25 वीवीआईपी को विशेष सुरक्षा भी प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस पूरे आयोजन में 12000 से भी अधिक पुलिस बल सुरक्षा के लिए लगेगा।

• अतिथियों के लिए ये आयोजन यादगार रहे: सीएम

सीएम शिवराज ने कार्यक्रम के दौरान यह भी निर्देश दिए कि भारतीय संस्कृति में अतिथियों को देवतुल्य माना गया है। इसी परम्परा का निर्वहन करते हुए अतिथियों का स्वागत-सत्कार किया जाये। उनके स्वागत-सत्कार में किसी भी तरह की कमी नहीं रखी जाये। किसी भी अतिथि को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। प्रवासी भारतीय सम्मेलन एवं इन्वेस्टर समिट अविस्मरणीय और यादगार बने। अतिथि ऐसी यादें लेकर जाएं जो हमेशा उनके दिल और दिमाग में रहे। जिस तरह इंदौर स्वच्छता में नंबर वन है, उसी तरह इस आयोजन में भी इंदौर नंबर वन बने।