रीवा: नये साल पर शुभकामना का एक पोस्टर विवाद का विषय बन गया और कांग्रेस-बीजेपी में पोस्टर वॉर शुरू हो गया. मसला रीवा का है. यहां कॉलेज चौराहे में नए साल की बधाई देने के लिए कांग्रेस पार्टी ने एक पोस्टर लगाया. इस पोस्टर में नारा दिया कि नए साल में नई सरकार. बस भाजपा इससे तिलमिला गयी और उसने तुरंत उसके बगल में दूसरा पोस्टर लगा दिया.

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है. इसलिए सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल प्रदेश में अपना दम दिखाने के लिए तैयार हैं. इसी बीच नए साल के मौके पर शुभकामना देने के लिए लगाए गए पोस्टरों से सियासत गरमा गई है. इन पोस्टरों के विवाद ने तूल पकड़ लिया है. दरअसल रीवा शहर के कॉलेज चौराहे में कांग्रेस पार्टी के शहर अध्यक्ष गुरमीत सिंह भंगू ने एक पोस्टर लगाया है. इसमें उन्होंने पीसीसी चीफ कमलनाथ की फोटो के साथ नारा दिया है कि नया साल नई सरकार.

बीजेपी ने कांग्रेस के पोस्टर का ऐसा दिया जवाब
इसके जवाब में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव गौरव तिवारी ने कांग्रेस के पोस्टर के ठीक बगल में एक और पोस्टर लगाया है. इस पोस्टर में पीसीसी चीफ कमलनाथ को नए साल की बधाई देते हुए लिखा है कि कमलनाथ जी को मुबारक हो नया साल, 2023 में फिर होगा कांग्रेस का बुरा हाल.

कांग्रेस नेता ने चुटकी लेते हुए दिया यह जवाब
गौरव तिवारी ने कहा नई सरकार का नारा बेबुनियादी नारा है. इसके जवाब में उन्होंने बीजेपी की ओर से यह पोस्टर जारी किया है. पोस्टर विवाद को लेकर कांग्रेस के शहर अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा बीजेपी युवा मोर्चा के नेता गौरव तिवारी खुद ही अपने संगठन से परेशान हैं. क्योंकि बीते 3 सालों से उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया है. इसके कारण वह खुद इस पोस्टर में शिवराज सिंह चौहान की फोटो लगाने वाले थे. मगर पोस्टर बनाने वाले ने गलती से दूसरी फोटो लगा दी. नए साल 2023 की शुभकामना के लिए भोपाल में भी पोस्टर लगाया गया था. इसमें कमलनाथ की फोटो के साथ ही नया साल नई सरकार का जिक्र किया गया था. इसके बाद से पूरे प्रदेश में सियासी घमासान तेज हो गया है.