ग्वालियर  । बॉलीवुड की फिल्म “दृश्यम’ देखकर एक टैक्सी चालक ने अपने ही सनसनीखेज अपहरण की कहानी रच दी। तीन दिन पहले जब वह स्कूल से टैक्सी में बच्चों को लेकर आ रहा था तभी बाइक सवार दो बदमाश उसे ओवरटेक करते हैं। बदमाश उस पर कट्‌टा अड़ाते हैं और अपने साथ ले जाते हैं। वैन में बैठे छात्र घटना के चश्मदीद बने। घटना उपनगर मुरार के बड़ागांव की है। दिनदहाड़े इस अपहरण की खबर मिलते ही पुलिस एक्टिव हुई। अपह्रत से लेकर अपहरण करने वाले और उसके पीछे के कारणों की पड़ताल की। तीन दिन बाद अपह्रत टैक्सी चालक को पुलिस ने आंतरी गांव में उसके समधी के घर से बरामद कर लिया है। पुलिस ने अपहरण की पूरी कहानी का खुलासा किया है। मूवी देखने के बाद अपह्रत ने खुद के अपहरण की प्लानिंग की। दो दोस्तों ने मदद की जिन्हें गिरफ्तार कर लिया है। अपह्रत पर 20 लाख रुपए का कर्ज है।मुरार बड़ागांव निवासी परमाल माहौर स्कूल वैन चलाता है। वह स्कूल और कोचिंग से छात्रों को लाने ले जाने का काम करता है। तीन दिन पहले जब वह बच्चों को स्कूल से लेकर आ रहा था तो खेरिया गांव के पास बड़ागांव हाइवे पर बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने उसकी वैन को ओवरटेक किया। इसके बाद बदमाश उतरकर आए और कट्‌टा अड़ा दिया। स्कूल के छात्रों के सामने गालियां देते हुए वैन चालक परमाल का अपहरण कर ले गए। यह बात पता चलते ही परमाल का बेटा अनिल माहौर मुरार पुलिस के पास पहुंचा और मदद की गुहार लगाई। दिनदहाड़े इस सनसनीखेज अपहरण कांड पर एसएसपी ग्वालियर अमित सांघी ने एएसपी क्राइम राजेश दंडौतिया, डीएसपी क्राइम ऋषिकेश मीणा के नेतृत्व में टीम बनाकर छानबीन के निर्देश दिए। जब पुलिस ने अपह्रत के बारे पड़ताल शुरू की तो जानकारी मिली कि वह नशे का आदी है जुआ, सट्‌टा का भी शौकीन है। 20 लाख रुपए के लगभग उस पर कर्ज है। एक व्यापारी से जमीन को लेकर उसका विवाद चल रहा है। इसी व्यापारी पर उसके परिजन ने अपहरण का संदेह जताया था।

पुलिस को घटना स्थल से लेकर अपह्रत के बारे में जानकारी जुटाने के बाद संदेह हुआ था। बाद में पड़ताल की तो सूचना मिली कि वैन चालक ने अपने अपहरण की फर्जी कहानी रचि थी। उसका ठिकाना भी पता लगा। वैन चालक ग्वालियर-झांसी हाइवे पर आंतरी गांव में अपने बेटे की ससुराल में मौज कर रहा था। क्राइम ब्रांच ने उसे वहीं से हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो वह ज्यादा देर झूठ बोल नहीं सका। उसने कुबूल कर लिया कि उसने अजय देवगन की “दृश्यम’ मूवी देखने के बाद अपने अपहरण की फेक कहानी रचि थी। इसके बाद पुलिस ने अपहरण करने वाले अपह्रत के दो दोस्त भूरा यादव, रामदास पाल निवासी मुरार को भी हिरासत में ले लिया है। कथित अपहरण कांड का खुलासा पुलिस ने स्पॉट से लेकर हाल के चार से पांच दिन में होने वाली छोटी-छोटी बातों से मिली कड़ी से कड़ी जोड़कर किया है। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि चार दिन पहले से चालक एक व्यापारी का नाम लेकर कहानी तैयार कर रहा था। इस व्यापारी से जमीन को लेकर उसकी रंजिश चल रही थी। इतना ही नहीं वैन में लाने वाले छात्रों को अपने मोबाइल का लॉक नंबर किसी न किसी बहाने से दे रहा था। जिससे उसके अपहरण के बाद छात्र पुलिस या घर पर सूचना दे सकें। इसके बाद पुलिस को उस तक पहुंचने में जरा भी देर नहीं लगी है।पकड़े जाने के बाद पूछताछ में परमाल ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि उस पर लगभग 20 लाख रुपए कर्ज है। कर्जदार परेशान कर रहे थे। दूसरा उसका एक व्यापारी से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। उसे भी वह सबक सिखाना चाहता था। इसलिए पहले दृश्यम फिल्म देखी फिर उसने अपने अपहरण की योजना दोस्त भूरा और रामदास के साथ मिलकर बनाई थी। उसे लगा कि दृश्यम फिल्म की तरह वह भी पुलिस को चकमा दे देगा, लेकिन वो फिल्म थी यह हकीकत।इस मामले में एसएसपी ग्वालियर अमित सांघी ने बताया कि अपहृत चालक को बरामद कर पूछताछ की जा रही है। स्कूल वैन चालक द्वारा खुद ही अपने अपहरण की कहानी रचने की बात बताई है। पुलिस पड़ताल कर रही है।