भोपाल। शाहरुख खान की फिल्म पठान में भगवा वस्त्र पहनकर अश्लीलता परोसने के मामले में प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा द्वारा जताए गए विरोध और फिल्म को बैन करने के प्रस्ताव का विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम और मंत्री कमल पटेल ने समर्थन किया है। दोनों ही नेताओं ने कहा कि हिन्दू संस्कृति को नष्ट करने वाले लोगों का विरोध होना चाहिए और ऐसे लोगों को रहने का अधिकार नहीं है।
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने इस मामले में मीडिया से चर्चा में कहा कि शाहरुख खान में हिम्मत है तो वे अपनी बेटी के साथ पठान फिल्म को बैठकर देखें। उन्होंने कहा कि सनातनी लोग अब जागरुक हुए हैं। इसलिए धर्म का अपमान किए जाने पर विरोध किया जाने लगा है।
हां, ये उपद्रवी और आक्रामक नहीं होते, इसलिए इन्हें अब तक मान्य नहीं किया जा रहा था। इस तरह की फिल्मों का विरोध किया जाना चाहिए। गौतम ने कहा कि जब कनाडा में पैगंबर को लेकर की गई टिप्पणी पर मुंबई में करोड़ों का नुकसान कर दिया गया और जब हिजाब के मामले में यहां की बेटियों ने इनका निर्णय मानने से इनकार कर दिया तो दूसरे देश का मामला बताने लगते हैं। इस तरह की मानसिकता ही नुकसान पहुंचाने वाली है। इसी मामले में कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि देश के अंदर खुच लोग ऐसे हैं जो देश को तोड़ना चाहते हैं।
हिन्दू संस्कृति और भारतीय संस्कृति को नष्ट करना चाहते हैं। ऐसे लोगों को हिन्दुस्तान में रहने का अधिकार नहीं है। इनका बहिष्कार होना चाहिए और इनके विरुद्ध कार्यवाही होनी चाहिए। इन्हें सजा मिलनी चाहिए। पटेल ने कहा कि देश में दो तरह के लोग हैं, एक देश भक्त और दूसरे देशद्रोही और देशद्रोही लोगों के बहिष्कार की जरूरत है।