भोपाल । मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस आज यानी 1 नवंबर को मनाया जाएगा. लेकिन क्या आप मध्य प्रदेश का इतिहास जानते हैं? कैसे मध्य प्रदेश वजूद में आया? राज्यों के पुनर्गठन के नतीजे में 1 नवंबर 1956 को नया राज्य मध्य प्रदेश वजूद में आया. उस समय इसकी राजधानी नागपुर थी. केंद्रीय भारतीय एजेंसी से ही मध्य भारत विंध्य प्रदेश और भोपाल राज्य की स्थापना की गई.
1956 में मध्य भारत विंध्य प्रदेश और भोपाल को मध्य प्रदेश राज्य में शामिल कर लिया गया. मराठी बोलने वाले दक्षिण क्षेत्र विदर्भ में नागपुर जोड़कर इसे बाम्बे राज्य में शामिल कर लिया गया. सबसे पहले जबलपुर को राज्य की राजधानी बनाया गया लेकिन अंतिम क्षण में राजनीतिक दबाव की वजह से ऐसा नहीं हो सका और भोपाल को राज्य की राजधानी बनाया गया. छत्तीसगढ़ शामिल रहते देश का सबसे बड़ा राज्य मध्य प्रदेश ही था. नवंबर 2000 में मध्य प्रदेश पुनर्गठन एक्ट के तहत राज्य के दक्षिण-पूर्वी भाग को विभाजित कर छत्तीसगढ राज्य बनाया गया.
मध्य प्रदेश में बहती हैं 21 नदियां
मध्य प्रदेश में 21 नदियां कलकल कर बहती हैं. बंजार, बेतना, बिछिया, चंबल, छिल्लर, देनवा, गोहद, गौर, जैमर, कालीसोत, खान, कोलार, क्षिप्र, कुंडा, मालेई, नर्मदा, पार्वती, शिवना, तापी, टोंस और वैनगंगा समेत कुल 21 नदियां हैं. मध्य प्रदेश की बोली जानेवाली भाषा की बात करें तो कई भाषाएं बोली जाती हैं. तेलुगू, मराठी, गोंडी, कोरकु, निहाली प्रमुख भाषाएं हैं. मध्य प्रदेश की आधिकारिक भाषा हिंदी है.
सबसे बड़ा और स्वच्छ शहर इंदौर
मध्य प्रदेश में कुल 52 जिले आते हैं. सबसे बडा जिला क्षेत्रफल की द्रष्टि से छिंदवाडा है जबकि सबसे बडा और स्वच्छ शहर इंदौर है. मध्य प्रदेश के धार्मिक त्यौहारों में दशहरा, दिवाली, ईद, जैन और क्रिसमस शामिल हैं. आदिवासी मडई, भगोरिया और करबा पर्व मनाते हैं. झाबुआ में दुनिया भगोरिया हाट, खजुराहो का न्रत्य समारोह, ग्वालियर का तानसेन समारोह, मडई त्यौहार शामिल हैं.