इंदौर। मध्य प्रदेश के मशहूर शहर इंदौर के चर्चित वैशाली ठक्कर सुसाइड कांड को सुलझाने में हर कदम पर अब तक नाकामी ही हाथ लग रही है. सिवाए एक अदद इस मामले के मुख्य आरोपी और वैशाली के पूर्व बॉयफ्रेंड की गिरफ्तारी के. मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की भी खुशी मनाने की जरुरत नहीं है. क्योंकि गिरफ्तार करने के बाद भी मुख्य आरोपी से इंदौर पुलिस कुछ ऐसा खास नहीं उगलवा सकी है, जो उसे कोर्ट की नजरों में कानूनन “मुजरिम” करार दिलवा पाने में मददगार हो सके.
फिलहाल वैज्ञानिक सबूतों का ही पुलिस के पास एक व अंतिम सहारा बचा है. लिहाजा जब इंदौर पुलिस जांच के दौरान इजराइली टूल्स का उपयोग करके भी कुछ खास हासिल नहीं कर सकी. तो अब बताते हैं कि इंदौर पुलिस ने सिंगापुर (Singapore) का रुख किया है. उधर दूसरी ओर मीडिया में मौजूद खबरों में आए, सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) आजाद नगर सब-डिवीजन मोतिउर रहमान के बयान को अगर तवज्जहो दें तो, गिरफ्तार मुख्य आरोपी राहुल नवलानी की एक दिन की ही रिमांड और बाकी बची है.
मुलजिम की 1 दिन की रिमांड बाकी
जिसके समाप्त होने की मियाद 28 अक्टूबर 2022 है. पुलिस यह तो मान रही है कि राहुल नवलानी और वैशाली के जब्त मोबाइल, लैपटॉप/टैबलेट में काफी कुछ जरुरी मटीरियल मौजूद है. यह मटीरियल अगर “डी-कोड” हो जाए तो, आरोपियों को सजा दिलवाने में काफी मदद मिल सकती है. इंदौर पुलिस की माने तो, “हमने मोबाइल और लैपटॉप डी-कोड करने लिए काफी कोशिश की. इजराइली टूल्स का इस्तेमाल भी किया. उम्मीद के मुताबिक मगर उस प्रयास में सफलता नहीं मिली.” इंदौर पुलिस के ही सहायक पुलिस आयुक्त स्तर के एक अधिकारी की मानें तो, अब जब्त इन इलैक्ट्रॉनिक्स गजेट्स को डी-लॉक करने के लिए और भी उपायों पर विचार किया जा रहा है.
सिंगापुर के एक्सपर्ट्स को प्राथमिकता
जिनमें सिंगापुर के फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद पहली प्राथमिकता है. यह काम शीघ्र ही होने की उम्मीद है. क्योंकि सिंगापुर के एक्सपर्ट्स ने जिस तरह से मौखिक बातचीत में आश्वासन दिया है. उससे कहा जा सकता है कि, जब्त टैबलेट और मोबाइल फोन्स को शीघ्र ही खुलवा लिया जाएगा. क्योंकि जब तक फॉरेंसिक साइंस एक्सपर्ट्स की मदद से इलैक्ट्रॉनिक्स गजेट्स में मौजूद सामग्री पुलिस के पास मौजूद नहीं होगी, तब तक वो (इंदौर पुलिस) गिरफ्त में मौजूद मुख्य और इकलौते आरोपी राहुल नवलानी से क्रॉस-क्विश्निंग कर पाने की स्थिति में नहीं होगी. यहां उल्लेखनीय है कि टीवी सीरियल “ससुराल सिमर का” फेम और बिगबॉस की पूर्व प्रतिभागी वैशाली ठक्कर ने, 15 अक्टूबर की रात सुसाइड कर लिया था. उसकी लाश खंडवा रोड स्थित साईं बाग कालोनी वाले घर में पंखे से लटकी मिली थी.
सुसाइ़ड नोट में लिखा था
मौके से बरामद पांच पेज के कथित सुसाइड नोट (Suicide note) में वैशाली ने लिखा था कि, उसकी मौत के लिए पड़ोसी और उसका पूर्व बॉयफ्रेंड राहुल नवलानी (boyfriend rahul navlani) व उसकी पत्नी दिशा नवलानी जिम्मेदार हैं. इसके बाद पुलिस ने उस डायरी (सुसाइड नोट) के आधार पर ही नामजद संदिग्ध आरोपियों के खिलाफ, आत्महत्या को उकसाने का मुकदमा दर्ज कर लिया था. बाद में मुख्य आरोपी राहुल नवलानी को गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि उसकी पत्नी और मामले में नामजद सह-आरोपी दिशा नवलानी घटना के बाद से ही फरार है. जिसकी तलाश में घटना के बाद से ही इंदौर पुलिस भूसे में लाठियां भांज रही है. जबकि दिशा है कि इंदौर पुलिस के कब्जे में आने को राजी नहीं है. वैशाली आत्म-हत्याकांड की जांच में इंदौर पुलिस का यह हाल तो तब है जब, मुख्य आरोपी और दिशा का पति राहुल नवलानी कई दिन पहले से ही पुलिस के कब्जे में है.