भोपाल।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने के लिए मप्र की हर पंचायत में पौधरोपण के लिए स्थान तय किए जाएंगे। पौधे लगाने के बाद सुरक्षा की जिम्मेदारी पंचायत की होगी। इसी तरह का काम शहरी क्षेत्रों में भी होगा। हर पंचायत में धीरे-धीरे गोशालाएं खोली जाएंगी और चारागाह विकसित करने की कोशिश भी की जाएगी। जमीन की कमी के चलते यह काम आसान नहीं है, लेकिन सरकार इसमें कोई कमी नहीं रखेगी। इसके अलावा गोमूत्र और गोबर से सीएनजी प्लांट लगाने का काम प्रदेश के कई जिलों में शुरू किया जाएगा।  सीएम ने ये बातें राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि मप्र की जीडीपी तय करने के लिए अब ग्रास इंवॉयरमेंट प्रोडक्ट यानि वनौषधियों, खनिज संपदाओं को भी जीडीपी की गणना में जोड़ा जाएगा।

सीएम चौहान ने कहा है कि पशु, पक्षी, पेड़ पौधे सभी के प्रति आत्मभाव होना चाहिए। प्रकृति का शोषण मत करो क्योंकि प्रकृति का शोषण करते रहना प्राकृतिक असंतुलन की स्थिति पैदा करता है। दोहन करना वह है जो प्रकृति हमें दे रही है उसे उपयोग में लाना और शोषण वह है कि प्रकृति ने हमें जो सौंपा है, उसे काटकर नष्ट कर देना। इसलिए इसकी रोकथाम के लिए दुनिया को सामने आना होगा। इसके लिए जीवन शैली में बदलाव लाना होगा और जितनी जरूरत है, उतना ही वस्तुओं और सेवाओं का उपयोग करने की आदत डालना होगा। सीएम चौहान ने इस दौरान गोवर्धन पूजा की प्राथमिकताओं को बताते हुए इस पर अमल के लिए कहा। इस मौके पर पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग तथा इंटरनेशनल सोसायटी कृष्णा कांशियसनेस (इस्कॉन) के गवर्निंग बॉडी कमिश्नर गौरांग दास विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम में दिवारी नृत्य के जरिये यादव समाज के लोगों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। एप्को तथा मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सभी जिले और विकासखंड वर्चुअली सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में अंकुर अभियान के प्रतिभागी, ग्राम पंचायतों में प्रस्फुटन समितियों के सदस्य भी सहभागी रहे। प्रदेश के 16 नगर निगमों में शहरी पार्क, शहरी वन क्षेत्र, हरित परिवहन, वायु गुणवत्ता और सौर ऊर्जा के मापदंडों में गीन सिटी इण्डेक्स के संबंध में जानकारी दी गई।

मोदी के मिशन लाइफ पर केंद्रित है कार्यक्रम
गोवर्धन पूजा का राज्य स्तरीय कार्यक्रम पीएम नरेंद्र मोदी के मिशन लाइफ को साकार करेगा। पीएम मोदी ने 20 अक्टूबर को मिशन लाइफ का मंत्र देते हुए कहा था कि इसकी मूल भावना पर्यावरण संरक्षण के लिए जीवन शैली में परिवर्तन लाना है। इसलिए गोवर्धन पूजा के माध्यम से आह्वान किया जा रहा है कि नागरिक व्यक्तिगत जीवन शैली में परिवर्तन, स्थानीय पर्यावरण मित्र, संस्कृति परम्पराओं का उपयोग और पर्यावरण संरक्षण के  काम कर इसमें सहभागी बन सकते हैं।