नई दिल्ली: दिल्ली की आबोहवा आने वाले दिनों में ओर जहरीली हो सकती है. इस आशंका के बीच वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू कर दिया है, जिसके बाद होटल, रेस्तरां और खुले भोजनालयों में कोयला और लकड़ियों में आग जलाने पर प्रतिबंध रहेगा.
जीआरएपी के दूसरे चरण के तहत आवश्यक सेवाओं को छोड़कर डीजल जनरेटर का इस्तेमाल भी प्रतिबंधित है और पार्किंग चार्ज भी बढ़ाया जाएगा. शनिवार को दिल्ली के कई इलाकों में PM 2.5 300 से ऊपर दिखा रहा है. इसके चलते अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है. दिल्ली से सटे नोएडा में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है.
राजधानी में हवा की गुणवत्ता खराब
दरअसल भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम है. राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब श्रेणी में बनी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शहर में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 260 दर्ज किया गया. वहीं दिल्ली के कई इलाकों में PM 2.5 300 से ऊपर दिखा रहा है.
कौन सी हवा होती है अच्छी
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में माना जाता है.
दिल्ली का बढ़ा तापमान
वहीं मौसम विभाग के मुताबिक, दिन के समय आसमान साफ रहने की संभावना है. वहीं राजधानी का अधिकतम तापमान 32 डिग्री के आसपास रहने के आसार हैं. दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 83 प्रतिशत दर्ज की गई.
रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ
वहीं पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार वाहनों से प्रदूषण को कम करने के लिए 28 अक्टूबर से ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान चलाएगी. इस अभियान को सबसे पहले 16 अक्टूबर 2020 को वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए शुरू किया गया था. इसके तहत वाहन चालकों को ट्रैफिक लाइट पर इंतजार करने के दौरान वाहन को बंद करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.
दिल्ली में बढ़ेगा प्रदूषण का स्तर
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि अगर हवा की दिशा में बदलाव होता है तो दिवाली के बाद दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है. इसके लोकर दिल्ली सरकार सतर्क है. हम वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के सभी निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सर्दियों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 15 सूत्रीय कार्ययोजना की शुक्रवार को समीक्षा की. पर्यावरण मंत्री ने कहा कि धूल और कचरा जलने के साथ-साथ वाहनों से होने वाले उत्सर्जन की हिस्सेदारी दिल्ली में स्थानीय स्तर पर होने वाले प्रदूषण में सबसे अधिक है.
30 प्रतिशत तक प्रदूषण में कमी
पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ (PCRA) के आंकड़ों के मुताबिक अगर लोग ट्रैफिक सिग्नल पर वाहन को बंद कर दें तो प्रदूषण में 13 से 30 प्रतिशत तक कमी लाई जा सकती है. सरकारी आंकलन के मुताबिक दिल्ली में पीए-2.5 उत्सर्जन में 28 प्रतिशत हिस्सेदारी परिवहन क्षेत्र की है. दिल्ली के वातावरण में 80 प्रतिशत नाइट्रोजन ऑक्साइड और कार्बन मोनो डाई ऑक्साइड प्रदूषण वाहनों से होता है.