सैफई । ‘धरती पुत्र’ मुलायम सिंह यादव मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए । नेता जी के बेटे अखिलेश यादव ने उनके पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी । अखिलेश ने पत्नी डिंपल यादव के साथ अंतिम संस्कार से पहले की विधियां पूरी कीं। इस दौरान मुलायम के सभी भाई, भतीजे, परिवार के करीबी लोगों समेत पक्ष और विपक्ष के नेता मौजूद रहे। मुखाग्नि देते ही चारों ओर ‘जब तक सूरज चांद रहे, नेताजी आपका नाम रहेगा’ के नारे गूंजने लगे।

अंतिम संस्कार को लेकर चिता में प्रयोग के लिए चंदन की लकड़ी, इत्र, खुशबू, सामग्री आदि को कन्नौज से लाया गया । शोक में इटावा जिले के स्कूल, बाजार, प्रतिष्ठान व्यापारियों और संचालकों ने स्वेच्छा से बंद कर रखे हैं। साइकिल, मोटरसाइकिल, कार में सवार सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता और लोग कई इलाकों से अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए सैफई पहुंचे। बता दें कि मेदांता अस्पताल के मुताबिक, मुलायम सिंह यादव का सोमवार सुबह 8:16 बजे निधन हुआ।

हालांकि नेताजी के निधन की सूचना पर ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई, लेकिन सैफई तो उनका घर था। लिहाजा यहां दुख ज्यादा था, क्योंकि यहां के लोगों ने अपने नेता, अपना धरती पुत्र खोया था। वरिष्ठ नेता कहते हैं कि मुलायम सिंह यादव की पहचान ही दबे-कुचे, दलितों और कमजोरों की आवाज उठाने वाले के रूप में थी। आजादी से पहले जन्म लेने वाले मुलायम के अत्याचार और भेदभाव के खिलाफ काफी सख्त तेवर थे, वहीं मुलायम को मृत्यु सैय्या पर देख पूरा सैफई रो पड़ा।

अंतिम संस्कार में पहुंचे बाबा रामदेव, उद्योगपति अनिल अंबानी, केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी और पार्टी के अन्य नेता, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, अभिनेता अभिषेक बच्चन ने नेताजी मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन किए और अपनी श्रद्धांजलि दी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सैफई पहुंचकर मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी। सीएम योगी के साथ उनके कई सहयोगी मंत्री भी सैफई पहुंचे और मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन किये।

तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और भारतीय जनता पार्टी नेता रीता बहुगुणा जोशी भी यादव को अंतिम विदाई देने के लिए सैफई मेला ग्राउंड पंडाल में पहुंचे । एनसीपी नेता शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले भी सैफई पहुंचे और मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी। भाजपा सांसद वरुण गांधी भी अपनी मां मेनका गांधी के साथ सैफई पहुंचे और मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान वह अखिलेश यादव को गले लगाकर भावुक हो गए और रोने लगे। रामपुर लोकसभा क्षेत्र की पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा ने कहा कि आदरणीय नेताजी के स्वर्गवास की खबर सुनकर मुझे बहुत दुःख हुआ। नेताजी से मैं काफी प्रभावित थी। वे परिवार और समाज को हमेशा बांधकर और एकसाथ लेकर चलने की बात करते थे।

मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक मुलायम सिंह यादव छुआछूत के सख्त खिलाफ थे। काफी पुराने समय के एक घटनाक्रम पर गौर करें तो इसके बारे में पता चलता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक बार मुलायम सिंह यादव के घर में विवाह कार्यक्रम था। तब उन्होंने घर बुलाकर दलितों और अन्य उपेक्षित वर्गों की दावत की थी। खुद भोजन परोसा था। बताते हैं कि नेताजी आज भी सभी वर्गों के लोगों के साथ समान व्यवहार और सम्मान रखते थे। उनकी इस खूबी से लोग बेहद प्रभावित होते थे, इसीलिए मुलायम सिंह यादव को ‘धरतीपुत्र’ की संज्ञा से नवाजा गया था।