सैफई । समाजवादी पार्टी के संस्थापक और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर सैफई लाया गया । यहां कल अंतिम संस्कार किया जाएगा । सैफई में उनके पैतृक निवास पर उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया है । वहां बड़ी तादाद में उनके समर्थकों और राजनेताओं के आने का सिलसिला शुरु हो गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सैफई पहुंच रहे हैं।

सैफई के डीएम ने बताया कि इटावा हमें सूचना मिली है कि नेता जी का अंतिम संस्कार यहां किया जाएगा। प्राथमिक व्यवस्था कि लिए पुलिस और प्रशासन की टीम यहां मौजूद हैं। हमें अंतिम संस्कार का समय कल दोपहर का दिया गया है। उसके हिसाब से तैयरियां शुरु कर दी गई हैं। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया। उन्होंने सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। 82 साल के मुलायम यूरिन इन्फेक्शन के चलते 26 सितंबर से मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर मुलायम के निधन की जानकारी दी। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर बताया कि आदरणीय नेताजी का दिनांक 10/10/2022 को सुबह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को सैफई ले जाया गया है। दिनांक 11/10/2022 को दोपहर तीन बजे सैफई में अंतिम संस्कार होगा।

पिछले कुछ दिनों से सपा नेता की हालत गंभीर बनी हुई थी। 22 नवंबर, 1939 को जन्मे मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक थे, जिन्होंने तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया। मुलायम को दो अक्टूबर अक्टूबर को ऑक्सीजन लेवल कम होने के बाद आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। उन्हें यूरिन में इन्फेक्शन के साथ ही ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ गई थी। बाद में उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था।

यूं तो मुलायम की तबियत पिछले दो साल से ज्यादा खराब थी, लेकिन नौ जुलाई को दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के निधन के बाद वह ज्यादा टूट गए थे। पत्नी की मौत के चार महीने के अंदर ही मुलायम सिंह ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया। इसी साल नौ जुलाई को मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह यादव की पत्नी का भी निधन हुआ था। उनके निधन के एक महीने बाद ही मुलायम सिंह की तबियत ज्यादा खराब हो गई। 22 अगस्त को उन्हें मेदांता में भर्ती कराया गया। तब से उनका इलाज यहां चल रहा था। एक जुलाई को ही साधना गुप्ता को ब्लड प्रेशर, शुगर और फेफड़े के संक्रमण सहित अन्य बीमारियों की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 10 जुलाई को लखनऊ के पिपराघाट पर साधना गुप्ता का अंतिम संस्कार हुआ था। उनके बेटे प्रतीक यादव ने मुखाग्नि दी थी।