भोपाल: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि वह सात नवंबर के बाद वह अब घर में नहीं रहेंगी. उमा भारती ने फेसबुक लाइव के जरिए आज यह बात जनता के सामने रखी है, उमा भारती पिछले कुछ समय से मध्य प्रदेश की राजनीति में पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रही है, वह लगातार शराबबंदी को लेकर प्रदेश में एक्टिव है. पिछले दिनों ही एमपी में शराबबंदी के लिए अभियान चलाने की बात कही थी.

दरअसल, उमा भारती ने फेसबुक लाइव के जरिए बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि जब तक नई शराब नीति नहीं बन जाती, तब तक वह टेंट या झोपड़ी में रहेगी और घर में रहना छोड़ देंगी, वहीं जहां भी जाएगी, टेंट लगायेगी या फिर झोपड़ी में रहेंगी. उमा भारती ने करीब 10 मिनट तक फेसबुक लाइव किया और इस दौरान अपनी बात रखी.

उमा भारती ने एक बार फिर कहा कि वह 7 नवंबर से शराबबंदी का अभियान शुरू करने जा रही हैं, पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में शराबबंदी होना ही चाहिए, क्योंकि शराब से लगातार प्रदेश में दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे महिलाओं के साथ अभद्र घटनाएं भी सामने आ रही है. इसके अलावा शराब के दुष्प्रभाव से, लोग बीमारी से भी पीड़ित हो रहे हैं. इसलिए इन सब बातों को दूर करने के लिए प्रदेश में शराबबंदी होना बहुत जरूरी है.

उमा भारती ने कहा कि वह 7 नवंबर से किसी भी घर में नहीं रहेगी, क्योंकि शराब से कई घर बर्बाद हो चुके हैं, इसलिए जब तक हमारी लक्ष्य प्राप्ति नहीं हो जाती, तब तक मैं अपने घर में नहीं रहूंगी, जंगलों में रहूंगी, टैंट में रहूंगी, झोपड़ी में रहूंगी, तीर्थ स्थानों पर रहूंगी. लेकिन घर में नहीं रहूंगी, मैं मध्यप्रदेश की सड़कों पर घूमती रहूंगी, जब तक मध्यप्रदेश की सरकार नई शराबनीति लागू नहीं करती हूं, तब तक मेरा अभियान चलता रहेगा. हालांकि उन्होंने शिवराज सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि देश का पहला प्रदेश है, जहां नशा मुक्ति को अभियान बनाया गया है. बता दें कि उमा भारती लगतार शराबबंदी के मुद्दे पर मुखर बनी हुई हैं.

इससे पहले 2 अक्टूबर को मध्य प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत हुई थी. तब उमा भारती ने शिवराज सरकार को इस अभियान में समर्थन देने की बात कही थी. लेकिन अब शराबबंदी के लिए उन्होंने घर में न रहने का ऐलान कर दिया है. उमा भारती शराबबंदी के मुद्दे पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी पत्र लिख चुकी हैं.