भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं को सेना में भर्ती पूर्व प्रशिक्षण देने के लिए सेना के सहयोग से प्रदेश में ट्रेनिंग स्कूल खोलने की घोषणा की है। आज यहां जम्मू एण्ड काश्मीर रायफल्स के हुंजा ग्राउण्ड पर भारतीय सेना के गौरवशाली अतीत पर आधारित लाइट एण्ड साउण्ड शो देखने के बाद सैनिकों और उनके परिजनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में सेना के मान सम्मान और शान में कभी कमी नहीं होने दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार न केवल युवाओं को सेना में भर्ती पूर्व प्रशिक्षण दिलाने के लिए ट्रेनिंग स्कूल खोलेगी बल्कि भूतपूर्व सैनिकों की समस्याओं के निराकरण के लिए पृथक से प्रकोष्ठ भी स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा पूर्व सैनिकों और सैनिकों के परिजनों की आवास संबंधी समस्या के समाधान के लिए भोपाल सहित प्रदेश के अन्य स्थानों पर कालोनी का निर्माण भी किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सेना द्वारा प्रस्तुत लाईट एण्ड साउण्ड शो कार्यक्रम की जमकर सराहना की। उन्होंने सैन्य अधिकारियों से इस शो को प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी प्रस्तुत करने का आग्रह किया ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा इसे देखें और सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार चाहती है कि प्रदेश का युवा सेना की वीरगाथा और सैनिकों की शहादत से अवगत हो और उनमें देशभक्ति का जज्बा पैदा हो। इसके लिए सरकार ने वार मेमोरियल बनाने का संकल्प भी लिया है। श्री चौहान ने बताया कि यह वार मेमोरियल भोपाल में मार्च माह तक बनकर तैयार हो जायेगा। इस वार मेमोरियल में शहीद सैनिकों के नाम अंकित किये जायेंगे ताकि लोग देश की रक्षा के लिए दिये गये उनके बलिदान को याद रख सके। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर देश की आजादी के लिए मर मिटने वाले वीर सपूतों को नमन किया और भारतीय सेना और सैनिकों के सम्मान में नारे भी लगाये।
कार्यक्रम में सेना की सेन्ट्रल कमान के जनरल आफिस कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चैत, विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी, पशुपालन मंत्री अजय विश्नोई, भारत सरकार के पूर्व अतिरिक्त सालिसिटर जनरल विवेक तन्खा, महापौर प्रभात साहू, सेना की मध्य भारत एरिया के जी.ओ.सी. लेफ्टिनेंट जनरल आर.एस. प्रधान मौजूद थे।
समारोह में मुख्यमंत्री श्री चौहान को सेना की ओर से स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।