जयपुर।   राजस्थान में सियासी संकट के बीच बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने बड़ा बयान दिया है। पायलट के बीजेपी में आने के सवाल पर विधायक सराफ ने कहा कि हमारे द्वार हरदम खुले हुए हैं यदि कांग्रेस की सरकार गिरती है और कोई उस सरकार को गिराने में बीजेपी का सहयोग करता है तो हम उसका सहयोग करेंगे और ना तो भाजपा का पहले के घटनाक्रम में रोल था और ना ही अब इस घटनाक्रम में है। यह उनका अंदरूनी मामला है। अगर घर बैठे लक्ष्मी आए तो उसे ठुकराना नहीं चाहिए। मालवीय नगर विधायक सराफ ने कहा कि कांग्रेस डूबता जहाज है जो भी इसमें बैठा है वह अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिए इधर उधर भाग रहा है। जनता इस बात का इंतजार कर रही है कि यह महीने में डूबता है या 2 महीने में या 6 महीने में डूबता है।

वसुंधरा राजे के करीबी है सराफ
उल्लेखनीय है कि कालीचरण सराफ राजस्थान की राजनीति में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के करीबी माने जाते हैं। राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री का यह बयान काफी मायने रखता है। बीजेपी कांग्रेस में चल रही खींचतान पर खुलकर नहीं बोल रही है। लेकिन सराफ ने बयान देकर एक तरह से सचिन पायलट को गुटबाजी करने की हवा दे की है। बीजेपी नेता सचिन पायलट की पहले भी कई मौकों पर तारीफ कर चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सचिन पायलट पर बीजेपी नेता एक बार डोरे डालने लगे हैं। हालांकि, वसुंधार कैंप पायलट की बीजेपी में एंट्री के खिलाफ माना जाता है। लेकिन राजस्थान की राजनीति में जिस तरह के समीकणर बन रहे हैं। कुछ भी हो सकता है।

गहलोत का पायलट पर हमला
आपकों बता दें आज ही राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने एक बार फिर पायलट की बगावत को याद किया है। सीएम गहलोत ने इशारों में सचिन पायलट पर निशाना साधा। सीएम गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार को गिराने के लिए अमित शाह के घर मीटिंग हुई। सब जानते हैं। कुछ विधायक भी गए थे। अमित शाह के घर धर्मेंद्र प्रधान और जफर इस्लाम भी मौजूद थे। सब जानते हैं। सब बात कर रहे थे। अमित शाह हमारे विधायकों को मिठाई खिला रहे थे। हंस-हंस कर। थोड़ा इंतजार। थोड़ा इंतजार। आखिर में सच्चाई की विजयी हुई। हमारी सरकार बच गई। हम कैसे भूल सकते हैं सरकार बचाने वाले विधायकों को। 102 विधायकों को कैसे भूल सकता हूं। मैं कहा रहूं या नहीं रहूं। यह अलग बात है। मैं विधायकों का अभिभावक हूं। आज दो-चार विधायक मेरे खिलाफ कमेंट भी कर देते हैं तो मैं बुरा नहीं मानता हूं।