राजनादगांव: छत्तीसगढ़ के राजनादगांव में हुई पुलिस आरक्षक की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने 24 घंटे में सुलझा लिया है और आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। मामले की खुलासा राजनादगांव के एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने पुलिस कंट्रोल रूम में किया। जिसमें उन्होंने बताया कि पांच हजार रुपये के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।

लेनदेन बना हत्या की वजह
पुलिस ने हत्या के संबंध में खुलासा करते हुए बताया कि मृतक और आरोपी के बीच पांच हजार रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। जिसके बाद आरोपी ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। एसपी ने बताया की जिले के सोमनी थाने के पास नेशनल हाईवे के किनारे झाड़ियों में एक दिन पहले अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली थी। पुलिस पड़ताल में मृतक की शिनाख्त संतोष यादव आरक्षक पुलिस लाइन के रूप में हुई थी। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी थी।

सीसीटीवी ने उगला राज
पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम बनाकर मामले की तफ्तीश शुरू की तो मृतक के मोबाइल फोन और आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस को एक युवक पर संदेह हुआ। पुलिस ने संदेह के आधार पर दानिश खान निवासी राजनादगांव को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो दानिश ने संतोष की हत्या करना कबूल कर लिया।

मोबाइल चार्जर से घोंट दिया गला
पुलिस पूछताछ में दानिश ने बताया की उसने मृतक से कुछ दिनों पूर्व न्यायालयीन कार्य के लिए पांच हजार रुपए उधार लिए थे। 24 तारीख की संतोष की कार में रात दोनो ने एक साथ शराब पी संतोष दानिश से पांच हजार रुपये वापस करने का दबाव बना रहा था, जो दानिश को पसंद नहीं था। इसके बाद दोनों कार से हाईवे पर सोमनी पहुंचे जहां दानिश ने कार में ही मोबाइल चार्जर के केबल से संतोष का गला घोंट दिया और लाश को हाईवे किनारे की झाड़ियों में फेंक कर फरार हो गया। राजनादगांव एसपी ने बताया की आरोपी दानिश के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया गया है।