मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों एक्शन मोड में नजर आ रहे है। सीएम शिवराज ने मार्निंग एक्शन बैठक की कड़ी में आज अनूपपुर जिले के अधिकारियों की क्लास लगाई। बैठक शुरू होते ही सीएम शिवराज ने सभी को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दी। और उन्होंने अनूपपुर जिले की तारीफ की। शिशु मृत्यु मामले में अनूपपुर जिला पहले नीचे था, अब 11वें नंबर पर आ गया है। टीबी प्रबंधन में भी बेहतर काम किया है।
वहीं जलजीवन मिशन में काम को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज ने नाराजगी जताई। और इस काम के लिए एक्जिक्यूटिव इंजीनियर पर नाराज हुए। उन्होंने इंजीनिय द्वारा गलत तथ्य दिखाने को लेकर नाराजगी दिखाई। जिसके बाद सीएम ने बैठक में इंजीनियर को माफी मांगने की बात कही। और इंजीनियर ने बैठक में सभी के सामने अपनी गलती पर माफी मांग ली।
दरअसल सीएम ने अधिकारियों से पूछा कि कितने प्रतिशत लक्षित परिवारों तक नल से जल पहुंचने का कार्य हुआ। इसके बारे में पूरी जानकारी दें जिस पर बताया गया कि लक्ष्य करीब 1.29 लाख का था, जो पिछली बार 102 फीसदी पूरा हुआ था। लेकिन इस बार लक्ष्य 9435 का है, जिसमें से अब तक केवल 4 हजार ही लक्ष्य पूरा हुआ है। और इसी को लेकर सीएम ने नाराजगी जताई।
सीएम ने आगे पूछा कि कितनी योजनाओं से पानी देना शुरू हुआ है?, जिस पर जवाब दिया गया कि 77 योजनाओं के तहत पानी देना शुरू हुआ। जिस पर सीएम ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सभी जगह योजनाएं दुरुस्त कराई जाए। इसको रीचेक करवाइए, क्योंकि अगर ग्रामीणों की संतुष्टि का स्तर नहीं बढ़ा तो क्या फायदा।
इस बैठक में तीन पीएस भी जुड़े हुए रहें। एक जिला एक उत्पाद को लेकर भी सीएम ने असंतुष्टि जताई। उन्होंने कहा मैं ODOP के काम को लेकर संतुष्ट नहीं हूं,गंभीरता से काम करें। उन्होंने सीएमओ ना होने पर निर्देश दिए देते हुए कहा कि अनूपपुर में CMO मेटरनिटी लीव पर है तो किसी और को प्रभार क्यों नहीं दिया गया।
बता दें कि बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आप लोग सभी काम बिना लापरवाही और तय समय सीमा में पूरा करें। सीएम शिवराज सिंह चौहान इन दिनों पूरी तरह से एक्शन मोड में है। दो दिन पहले उन्होंने एक सभा में लापरवाही पाए जाने पर एक अधिकारी को मौके पर ही सस्पेंड कर दिया था।