भोपाल। कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव रोचक होता जा रहा है। दिग्विजय सिंह ने अपने नाम का जिक्र कर ट्विस्ट ला दिया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि आप आखिर मेरे नाम को खारिज क्यों कर रहे हैं। उनके इस बयान से कयास लग रहे हैं कि क्या वह भी अध्यक्ष पद के चुनाव में उतर सकते हैं। इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने अशोक गहलोत को लेकर भी अहम टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि यदि अशोक गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष बनते हैं तो फिर राजस्थान के सीएम का पद छोड़ना होगा। यही नहीं उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर निश्चित तौर पर सचिन पायलट उनकी जगह ले सकते हैं।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि इसी साल उदयपुर में कांग्रेस की बैठक में यह फैसला लिया गया था कि एक शख्स के पास एक ही पद रहेगा। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत को इस्तीफा देना होगा। इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि कमलनाथ को एक पद छोड़ना पड़ा था। वहीं पार्टी अध्यक्ष पद के लिए अपनी उम्मीदवारी के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि देखिए क्या होता है। उन्होंने कहा कि 30 तारीख की शाम तक सब सामने आ जाएगा। इसी दिन कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों के नामांकन का आखिरी दिन है।

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम ने कहा कि गांधी परिवार का कोई भी सदस्य रेस में नहीं है। उन्होंने कहा, ‘चिंता की कोई बात नहीं है। जो भी चुनाव में उतरना चाहता है, उसके पास यह हक है। यदि कोई नहीं लड़ना चाहता है तो फिर उससे जबरदस्ती नहीं की जा सकती। बस इतनी ही बात है।’ बता दें कि राहुल गांधी ने 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से सोनिया गांधी ही यह पद संभाल रही हैं और राहुल गांधी ने लगातार अध्यक्ष बनने से इनकार किया है। यहां तक कि अशोक गहलोत ने आज भी यह कहा कि यदि राहुल गांधी राजी हों तो बेहतर होगा अन्यथा वह नामांकन दाखिल करेंगे।

कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी एक बार किसी चीज के लिए मन बना लेते हैं तो फिर वह बदलते नहीं हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि ऐसा तो पहले भी हुआ है, जब गांधी परिवार के बाहर के लोगों ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला था। उन्होंने कहा कि क्या हमने तब काम नहीं किया था, जब यह जिम्मेदारी नरसिम्हा राव के पास थी। दिग्गी ने कहा कि राहुल गांधी वह काम करेंगे, जो कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से उन्हें दिया जाएगा। राहुल गांधी के कांग्रेस का फेस होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह उन 119 यात्रियों में से एक हैं, जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा कर रहे हैं।