ग्वालियर। ग्वलियर में जीआर मेडीकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर और एक ऑन ड्यूटी आईपीएस आफीसर के बीच विवाद दिनभर सुर्खियां बना रहा। सडक पर शराब पीते जूनियर डॉक्टर के पीछे हॉस्टल पहुंचे आईपीएस की जूनियर डॉक्टर्स ने धुनाई लगा दी तो बाद में पुलिस ने भी आईपीएस के साथ बदसलूकी करने वाले जूनियर डॉक्टर को भी खूब कूटा। पुलिस के मुताबिक मेडीकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स द्वारा एक आईपीएस अधिकारी (सीएसपी) ऋषिकेश मीणा के साथ बीती रात दो बजे गाडी में शराब पीते हुई वाहन चेकिंग के दौरान की गई अभद्रता के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए दो अलग अलग एफआईआर झांसीरोड थाने में दर्ज की गई है। इसमें 10 जूनियर डॉक्टर के खिलाफ नामजद और कुछ अन्य मेडिकल स्टूडेंट्स के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा सहित आईपीसी की अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है।पुलिस ने कुछ मेडीकल छात्रों को भी हास्टल चेकिंग के बाद पकड कर झांसी रोड थाने में बैठाकर जांच की जा रही है।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्वालियर शहर दक्षिण मृगांखी डेका ने बताया कि ग्वालियर के जीआर मेडिकल कॉलेज का एक जूनियर डाक्टर जो कि सीनियर बॉयज हॉस्टल में रहता था बीती रात वाहन चेकिंग के दौरान सीएसपी ऋषिकेश मीणा से शराब के नशे में उलझ गया। गश्त पर निकले सीएसपी मुरार डीएसपी क्राइम ऋषिकेश मीणा के साथ अभद्रता की गई , उनका मोबाइल छीनकर गटर में डाल दिया गया, उनकी शासकीय गाडी की चाबी छीन ली, और उसकी हवा निकाल दी वही उनके पीएसओ के साथ मारपीट की । इस पूरी घटना से मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी सकते में है।
बाद में घटना को गंभीरता से लेते हुए ग्वालियर पुलिस ने इस मामले में दो अलग अलग एफआईआर झांसीरोड थाने में दर्ज की। एडिशनल एसपी मृगांखी डेका ने बताया कि एक एफआईआर शराब पीकर तेज गति से गाडी चलाने वाले जूनियर डॉक्टर के खिलाफ की गई है और दूसरी एफआईआर आईपीएस अधिकारी से अभद्रता करने और उनके पीएसओ के साथ मारपीट करने वाले जूनियर डॉक्टर्स के खिलाफ की गई है। इसमें 10 जूनियर डॉक्टर और अन्य के नाम शामिल हैं।
घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अक्षय निगम अधीक्षक जेएएच डॉ. आरएस धाकड ने प्रबंधन के अन्य वरिष्ठ सदस्यों के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर एसएसपी अमित सांघी के साथ बैठक की। एसएसपी ने अमित सांघी को बताया कि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने हमारे साथ बैठक की है। उन्होंने भी अपनी तरफ से अनुशासनात्मक कार्रवाई का भरोसा दिया है।
अमित सांघी ने कहा कि सभी ने इस बात को माना कि सीएसपी आईपीएस ऋषिकेश मीणा अपनी ड्यूटी कर रहे थे जबकि जूनियर डॉक्टर सडक पर शराब पी रहे थे और उन्हें टोकने पर ये विवाद हुआ। एसएसपी ने कहा कि अब इस मामले में नामजद एफआईआर हो गई है और आगे वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मृगांखी डेका ने बताया कि पुलिस का प्रयास है कि कोई निर्दोष इस मामले में नहीं फंसे इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है। वहीं एक हास्टल की तलाशी के दौरान वहां से भी शराब की बोतलें और अन्य आपत्ति जनक सामान मिला है।
वहीं इस मामले में GR मेडिकल कॉलेज के 10 छात्रों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है इनमें विकास, धीरज, गोविंद, विवेक, सायरमल, निर्मल, अमित, मोहन व विवेक जाटव समेत दस पर,धारा 353, 147, 148, 294 व 336 में कायमी की गई है