भोपाल। रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन द्वारा ताइवान को लेकर की जा रही सैन्य घेरेबंदी के बीच पिछले कुछ महीनों के दौरान सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं में अच्छी खासी गिरावट आ गई है। अब बाजार विश्लेषकों का मानना है कि दुनिया की बड़ी महाशक्तियों के बीच जिस तरह से तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है उसे देखकर ऐसा लगता है कि यदि कोई ‘ट्रिगर’ जल्द दब गया तो गोल्ड और सिल्वर अचानक बहुत तेजी से उछाल मार सकते हैं। यदि आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो यह सबसे अच्छा समय साबित हो सकता है क्योंकि पिछले कुछ महीनों के दौरान सोना अपने उच्चतम शिखर से काफी नीचे आ चुका है।
भोपाल में 24 कैरेट सोना के दाम पिछले एक माह के दौरान 1500 रु. तोला और चांदी के दाम 3000 रु. प्रति किलो तक गिर चुके हैं। पिछले 13 अगस्त को भोपाल में 24 कैरेट सोने का भाव 3% जीएसटी चुकाने के बाद जहां 55,350 रु. पर था, वह 11 सितंबर आते-आते 1500 रु. सस्ता होकर 53,850 रु. प्रति तोला रह गया। वहीं चांदी जो 13 अगस्त को 60,500 रु. थी, वह 11 सितंबर को 3000 रु. की तेज गिरावट के साथ 57,500 रु. प्रति किलो रह गई।
सोना खरीदना काफी शुभ माना जाता है। यह प्रतिष्ठा का प्रतीक तो है ही, इसके साथ समृद्धि का भी संबंध है। माना जाता है कि सोने की खरीदारी से घर में लक्ष्मी का वास होता है। यही वजह है कि शादी और त्योहारों के सीजन में सोने की बिक्री बढ़ जाती है। यही वजह है कि मकर संक्रांति, अक्षय तृतीया, धनतेरस का समय सोना खरीदने के लिए सबसे अच्छा समय माना गया है। इसके अलावा पुष्य नक्षत्र पर भी सोना खरीदने का चलन है।
पुष्य नक्षत्र
21 सितंबर 2022,
18 अक्टूबर 2022,
14 और 15 नवंबर 2022,
12 दिसंबर 2022
नवरात्रि: 26 सितंबर 2022 से 4 अक्टूबर 2022
शारदीय नवरात्रि का उत्सव देश में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह पर्व माता दुर्गा को समर्पित है। नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में मां के अलग अलग रूपों का पूजन किया जाता है। इस अवसर पर सोने की खरीदारी करना शुभ माना गया है। अधिकतर लोग इस दौरान अपनी शादी के लिए सोने के गहनों की खरीदारी कर लेते हैं।
दशहरा: 5 अक्टूबर 2022
दशहरा एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो नवरात्रि के अंतिम दिन मनाया जाता है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था और इसी दिन देवी दुर्गा ने राक्षस राजा का वध किया था। सत्यता की जीत और अच्छे समय की शुरूआत का जश्न मनाने के लिए लोग इस दिन सोना खरीदते हैं।
धनतेरस: 23 अक्टूबर 2022
हर साल दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस का पर्व आता है। दीपावली अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की देवी लक्ष्मी को समर्पित है। धनतेरस दिवाली उत्सव की शुरूआत का प्रतीक है इसलिए लोग इस मौके पर नया सामान खरीदते हैं। धनतेरस के मौके पर ज्यादातर लोग सोना खरीदने को ही प्राथमिकता देते हैं।
बालीप्रतिपदा: 26 अक्टूबर 2022
बालीप्रतिपदा को बाली पद्यमी या बाली पड़वा भी कहा जाता है। यह दिवाली के अंत का प्रतीक है। यह दिवाली के चौथे दिन मनाया जाता है और 2022 में सोना खरीदने के लिए शुभ दिनों में से एक माना जा रहा है। इस दिन खरीदा गया सोना प्रगति और सौभाग्य का प्रतीक होता है।