मंदसौर । मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में शुक्रवार को हुई एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. यहां हर शख्स इसी शादी की बात कर रहा है. दरअसल, ये शादी एक हिंदू लड़के और मुस्लिम लड़की है. दोनों ने राजस्थान में कोर्ट मैरिज करने के बाद मंदसौर के गायत्री मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी की. लड़की ने हिंदू धर्म अपनाकर अपना नाम भी बदला और बाकायदा मांग में सिंदूर भरकर पति के साथ जीने-मरने की कसमें खाईं. ये शादी गायत्री मंदिर में पंडित नरेश कुमार त्रिवेदी ने कराई. जबकि चैतन्य सनातनी ने इस शादी की पूरी तैयारियां कीं.
यह शादी कराने वाले गायत्री परिवार, मंदसौर के पंडित नरेश कुमार त्रिवेदी ने कहा- ‘ये हमारे पास आए थे और इन्होंने बताया कि ये राहुल वर्मा हैं. युवती के साथ इन्होंने विवाह का संकल्प किया है. कोर्ट से इन्होंने विवाह से संबंधित पत्र भी बनवा लिया है. ये वैदिक पद्धति से विवाह करना चाहते थे. हमने इनके सारे डॉक्यूमेंट देखे. कन्या बालिग थी, लेकिन वह मुस्लिम धर्म की थी. पहले हमने इनका दशविधि स्नान करवाया. संकल्प कराया और इन्हें सनातन धर्म में प्रवेश कराकर इनका इशिका नाम किया. नामकरण के पश्चात इन्होंने कहा मैं अपनी स्वेच्छा से हिंदू धर्म ग्रहण करना चाहती हूं. उसके बाद इनका हिंदू धर्म करवाया. इनको बताया हमारा हिंदू धर्म क्या है, सनातन धर्म क्या है. इनको अच्छा लगा. इन्होंने विवाह का संकल्प पत्र भरा. उसके बाद जो प्रक्रिया है उसे पूरा किया और वैदिक पद्धति से इनका विवाह कराया गया.’
मैंने अपनी मर्जी से शादी की- इशिका
बता दें, हिंदू धर्म में शादी के बाद अब इकरा ‘इशिका’ नाम से जानी जाएगी. उसने इस मौके पर कहा कि मैं अब इशिका बन चुकी हूं. मैंने अपनी मर्जी से राहुल से शादी की है. उसने कहा कि उसके घरवाले इस शादी का विरोध कर रहे हैं. इशिका ने अपनी और पति की सुरक्षा की मांग भी की है. जबकि, उसके पति राहुल का घरवालों को इस रिश्ते से किसी तरह की परेशानी नहीं है. गौरतलब है कि इकरा जोधपुर की रहने वाली है. उसे तीन साल पहले राहुल वर्मा से प्यार हो गया था. उस वक्त राहुल किसी काम से वहां गया था और उसने रहने के लिए घर लिया वहीं इकरा भी रहा करती थी.
इस तरह हुई यह शादी
जब इकरा के घरवाले इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं हुए तो दोनों भाग गए. सबसे पहले वे उदयपुर पहुंचे और यहां की कोर्ट में अपनी शादी के कागजात तैयार करवाए. इसके बाद मंदसौर जाकर पुलिस को सारे दस्तावेज सौंपे. यहां से कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद दोनों ने गायत्री मंदिर में कागजात दिखाकर हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली.