भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जबलपुर क्षेत्र के किसानों के लिए भेजे गए यूरिया में से 70 प्रतिशत यूरिया शासकीय एजेंसियों और 30 प्रतिशत यूरिया निजी एजेंसियों से वितरित किए जाने के राज्य शासन द्वारा निर्देश दिए गए थे। इन निर्देशों का उल्लंघन करने वाले जो भी जिम्मेदार है उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए। दोषियों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जाएगा। उल्लंघन के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध ऐसी कार्यवाही की जाए, जिससे भविष्य में कोई भी इस तरह के कार्यों में लिप्त होने का साहस न कर सके। जिन जिलों में यूरिया की आवश्यकता है, उनमें पर्याप्त यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री चौहान जबलपुर में यूरिया खाद की आपूर्ति के संबंध में कल दिए गए निर्देशों के क्रियान्वयन फॉलोअप की बैठक ले रहे थे। निवास कार्यालय पर हुई बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त शैलेंद्र सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि अजीत केसरी, संभागायुक्त जबलपुर बी. चंद्रशेखर तथा जबलपुर पुलिस एवं जिला प्रशासन और मार्कफेड के अधिकारी वर्चुअली शामिल हुए।
मुख्यमंत्री चौहान को जबलपुर संभागायुक्त ने जानकारी दी कि प्रकरण में दो स्तर पर कार्यवाही की गई है। अब तक तीन लोगों, बिलासपुर निवासी ट्रांसपोटर द्वारिका गुप्ता, भोपाल निवासी जयप्रकाश सिंह और नोएडा के राजेन्द्र चौधरी के विरूद्ध एफआईआर की गई है। जयप्रकाश सिंह और राजेन्द्र चौधरी को हिरासत में ले लिया गया है। जबलपुर के शुभम बिड़ला और नवीन झा से भी पूछताछ की जा रही है। साथ ही यूरिया बरामद करने के लिए विभिन्न गोडाउन पर छापेमारी की कार्यवाही भी जारी है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि कोई दोषी बचे नहीं। प्रकरण की वैज्ञानिक तरीके से छानबीन की जाए, साथ ही अनावश्यक किसी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किसी भी जिले में किसी भी किसान को खाद की परेशानी नहीं होनी चाहिए। आवश्यक हो तो यूरिया की अग्रिम लिफ्टिंग की जाए। रबी फसल की आवश्यकता का आकलन कर पर्याप्त भंडारण किया जाए। ऐसी स्थिति कहीं निर्मित न हो कि किसानों को लाइन लगा कर या परेशान होकर खाद लेना पड़े। मुख्यमंत्री चौहान ने कलेक्टर अशोकनगर से जिले में खाद की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त की।