भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के आधा दर्जन के लगभग प्रदेश प्रवक्ताओं को पद से हटाया जा सकता है। दरअसल पीसीसी चीफ कमलनाथ की चेतावनी के बाद भी कई प्रवक्ता सक्रिय नहीं हुए हैं, ऐसे में अब उन पर गाज गिर सकती है। हालांकि सितम्बर का महीना और इन्हें काम के लिए मिलेगा, यदि इस महीने उनकी सक्रियता नहीं बढ़ी तो अक्टूबर में कई प्रवक्ताओं की छुट्टी हो सकती है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जुलाई में प्रदेश कांग्रेस के सभी प्रवक्ताओं को उनकी सक्रियता के अनुसार नंबर दिए थे। इन नंबरों के उजागर करने के साथ ही उन्होंने चेतावनी दी थी कि सभी सक्रिय हो जाएं और जो सक्रिय नहीं हुआ उसे पद से हटा दिया जाएगा। इसके बाद भी डेढ़ महीने से ज्यादा का समय हो गया है और आधा दर्जन के करीब प्रवक्ता अब तक सक्रिय नहीं हुए हैं। सूत्रों की मानी जाए तो कमलनाथ यह मन बना चुके हैं कि सितम्बर तक जिन प्रवक्ताओं ने अपनी सक्रियता नहीं बढ़ाई उन्हें अक्टूबर से पद से मुक्त कर दिया जाएगा। जुलाई के महीने में जिन्हें चेतावनी मिली थी उनमें से ही प्रवक्ताओं को हटाया जाएगा।
पीसीसी में यही हैं सक्रिय
कमलनाथ ने 26 मई को मीडिया विभाग की टीम का ऐलान किया था। इसके बाद एक बार इसकी उन्होंने समीक्षा की और प्रवक्तओं की सोशल मीडिया पर सक्रियता के आधार पर नंबर दिए गए थे। वहीं प्रदेश कांग्रेस कार्यालय आकर अपनी सक्रिय भूमिका दिखाने वाले भी प्रवक्ता अब कम हो चले हैं। उस वक्त कांग्रेस ने 31 प्रवक्तओं की सूची जारी की थी। जिसमें से एक प्रवक्ता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद भोपाल में करीब एक दर्जन प्रवक्ता ही सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। जबकि भोपाल के बाहर के रहने वाले जो प्रदेश प्रवक्ता बने हैं उनमें से अधिकांश अपने सक्रियता अब तक नहीं दिखा सके हैं।
चुनाव लड़ने और एक और पद होने वाले भी हटेंगे
अक्टूबर में मीडिया विभाग की टीम में कुछ फेरबदल होना तय माना जा रहा है। मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय यादव विधानसभा का चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं, वे अब अपने क्षेत्र में ज्यादा समय देना चाहते हैं। वहीं प्रवक्ता अवनीश भार्गव को जिला प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें प्रभार वाले जिले में ही सक्रिय रखने का प्रयास किया जाएगा। हालांकि चुनाव वे भी लड़ने के इच्छुक बताए जाते हैं।