नई दिल्ली। झारखंड के दुमका में अंकिता की हत्या को लेकर उपजे आक्रोश के बीच दिल्ली में भी इसी तरह की वारदात सामने आई है। यहां संगम विहार इलाके में एकतरफा प्यार में अमानत अली नाम के एक शख्स ने 11वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा को गोली मार दी। गनीमत है कि उसकी जान बच गई है। मामला 25 अगस्त का है। पुलिस ने अब अरमान अली को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में दौरान उसके साथ रहे पवन और बॉबी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस ने बताया है कि हत्या की कोशिश में 16 साल की लड़की को गोली मारकर भागे अरमान अली को गिरफ्तार कर लिया गया है। 19 साल का अरमान मूल रूप से मेरठ के मवाना का रहने वाला है। गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस को बताया कि सोशल मीडिया के जरिए उसकी लड़की से दोस्ती हुई थी। लेकिन कुछ समय पहले उसने बातचीत बंद कर दी, जिससे वह गुस्से में था और उसकी हत्या कर देना चाहता था। उसने घटना को अंजाम देने के लिए अपने साथ बॉबी और पवन को साथ लिया था।
स्कूल से लौटते समय मारी गोली
संगम विहार इलाके में एकतरफा प्यार में अमानत अली ने अपने ही मोहल्ले में रहने वाली एक 11वीं कक्षा की छात्रा को गोली मार दी। वारदात के समय पीड़ित छात्रा अपने स्कूल से घर लौट रही थी। आरोपी ने छात्रा को पीछे से गोली मारी और फरार हो गया। छात्रा के कंधे से नीचे और पीठ से ऊपर लगी है। छात्रा को बत्रा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजनों का यह भी आरोप है कि अली छात्रा को पिछले एक साल से परेशान कर रहा था। वह स्कूल आते-जाते पीछा करता था।
गली में गोली मारकर हुए फरार
छात्रा अपने परिवार के साथ संगम विहार ई-ब्लॉक में रहती है। वह अपने भाई के साथ कैम्बरीज इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ती है और 11वीं कक्षा की छात्रा है। 25 अगस्त को दोपहर में वह मां और छोटे भाई के साथ स्कूल से लौट रही थी। मां छात्रा को स्कूल लेने गई थी। छात्रा जब बी-ब्लॉक में मकान नंबर 15 के सामने पहुंची तो तभी अली अपने दोस्त के साथ पैदल आया और लड़की को पीछे से गोली मार दी। छात्रा वहीं बेहोश होकर गिर गई। आरोपी युवक कुछ दूरी पर खड़ी मोटरसाइकिल से फरार हो गए।
आरोपी एक साल से कर रहा था परेशान
छात्रा के पिता ने बताया कि उसकी बेटी को मोहल्ले में रहने वाला अमानत अली नाम का युवक एक साल से परेशान कर रहा था। उसकी बेटी ने फेसबुक पर उसकी दोस्त के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था। वह तभी से परेशान कर रहा था। उन्होंने बताया कि उन्हें दो महीने पहले ही पता लगा था। इसकी जानकारी बीट अफसर को दी थी। इसके बाद आरोपी युवक अली गायब हो गया था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
शिकायत पर भी पुलिस ने नहीं की थी कार्रवाई
छात्रा ने बताया कि फायरिंग करने वाले आरोपियों में से अरमान अली को वह पहले से जानती थी। वह इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पिछले दो सालों से अरमान अली के संपर्क में थी। पिछले चार-पांच महीनों से छात्रा ने उससे बात करना बंद कर दिया था। इस बात से खफा आरोपी अरमान अली ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया था और अक्सर उनका रास्ता रोकने लगा था। छात्रा के चाचा ने बताया कि जून के अंतिम सप्ताह में इस बाबत पुलिस से आरोपी की शिकायत भी की गई थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इसके चलते आरोपी अरमान अली का हौसला बढ़ता चला गया और उसने छात्रा को गोली मार दी। अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो आरोपी पीड़िता को गोली मारने के बारे में कभी सोच भी नहीं पाता।