रायपुर। फर्जी फर्म बनाकर फर्जी बिलों के आधार पर 5.92 करोड़ रुपये का नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) बनाने वाले दो आरोपियों को जीएसटी विभाग ने गिरफ्तार किया है और उन्हें कोर्ट में पेश कर 14 दिनों की रिमांड पर ले लिया है।
सीजीएसटी के प्रधान आयुक्त अतुल गुप्ता ने बताया कि केंद्रीय जीएसटी और उत्पाद शुल्क के अधिकारियों ने राधे कंस्ट्रक्शन, दिशा ट्रेडर्स, मुकेश ट्रेडर्स के परिसरों की तलाशी ली। इन सभी फर्मों में माल सेवाओं की आपूर्ति के बिना 5.92 करोड़ का नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट पारित करना पाया गया। जांच के दौरान अधिकारियों को पता चला कि मनोज कुमार वलेचा, स्पर्श सोनी ऐसी फर्जी फर्मों की श्रृंखला बनाने में संलिप्त हैं। इन फर्मों के नाम दोनों ने फर्जी बिल तैयार किए और नकली आइटीसी पारित किया। जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने योजनाबद्ध तरीके से मनोज कुमार वलेचा और स्पर्श सोनी को गिरफ्तार कर लिया और न्यायालय में पेश किया जहां से दोनों को 14 दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।