ग्वालियर। ग्वालियर में सम्राट मिहिर भोज की जयंती पर मंगलवार को होने वाले सभी कार्यक्रमों पर प्रशासन ने रोक लगा दी। मिहिर भोज प्रतिमा स्थल के 500 मीटर दायरे में ट्रैफिक और आवाजाही पर भी रोक लगाई गई। इसके साथ ही प्रतिमा स्थल इलाके के स्कूलों में छुट्टी कर दी गई।
सम्राट मिहिर भोज की जयंती पर राजपूत और ब्राह्मण समाज के लोग ‘इतिहास बचाओ’ और ‘स्वाभिमान यात्रा’ निकाल रहे थे। गुर्जर सेना भी मिहिरोत्सव रैली और जनसभा आयोजित करने वाली थी लेकिन पुलिस ने दोनों समुदायों में तनाव को देखते हुए सभी कार्यक्रम पर रोक लगा दी।
सम्राट मिहिर भोज पर दोनों समाजों के लोग अपना अधिकार बता रहे हैं। पिछले साल भी मिहिरभोज प्रतिमा स्थापना के बाद जमकर बवाल हुआ था। इसके बाद मामला हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में पहुंच गया था। माहौल खराब होने की आशंका के चलते कलेक्टर ने आयोजनों रोक लगा दी है। साथ ही जिले भर में कट आउट, बैनर, पोस्टर लगाने पर रोक और सोशल मीडिया पर जातिगत भड़काऊ पोस्ट पर रोक है। ऐसे में ग्वालियर जिले के बड़े चौराहों से लेकर प्रतिमा स्थल को पुलिस ने छावनी के रूप में तब्दील कर दिया है।
बता दें कि साल 2021 में ग्वालियर में सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा को लेकर गुर्जर समाज और क्षत्रिय समाज के बीच काफी टकराव देखने को मिला था। दोनों ही समाज राजा मिहिर भोज को अपनी जाति का बताते हैं। इसी को लेकर बवाल देखने को मिला था। ग्वालियर में मूर्ति लगने के बाद राजा मिहिर भोज की जाति विवाद के बाद यह मामला हाईकोर्ट पहुंचा था। तब से लेकर यह मामला अभी तक हाईकोर्ट में लंबित है।