नई दिल्ली: आउटर दिल्ली के मुंडका बक्करवाला इलाके की जेजे कॉलोनी में सोमवार रात हुई हत्या के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. बताया जा रहा है कि हत्या करने वाले बदमाश किसी और सतीश नाम के शख्स की तलाश में आए थे, जिसे पिछले एक महीने से फिरौती के लिए कॉल आ रहा थी, लेकिन हत्या किसी और की कर दी गई है.
पुलिस की माने तो सतीश को फिरौती के लिए मंडावली जेल में बैठा अंकेश लड़का नाम का बदमाश कॉल करवा रहा था, जिस पर कई आपराधिक मामले हैं. वहीं जब सतीश की तरफ से फिरौती की रकम नहीं दी गई तो हत्या के लिए धमकी भी दी गई थी और बदमाश अंकेश लाकड़ा की सह पर सतीश की हत्या करने बक्करवाला की जेजे कॉलोनी में पहुंचे थे.
जोगिंदर के पिता का नाम भी सतीश था और इसी गलतफहमी में हमलावरों ने गोलियां चला दी. हमलावरों ने दूसरे व्यक्तियों की हत्या कर दी. बदमाश जोगिंदर के घर पहुंचे और उससे सतीश के बारे में पूछा क्योंकि जोगिंदर के पिता का नाम भी सतीश था और उनकी मौत हो चुकी थी. उसने अपने मृतक पिता की फोटो की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यही सतीश थे.
इतना कहते ही बदमाशों ने वहां मौजूद लोगों पर गोलियां चला दी. गोली लगने से जोगिंदर और मंगल की मौत हो गई, जबकि मोहनलाल घायल हो गया. उसका अभी भी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. शुरूआती जांच में पता चला है कि हमलावरों ने गलत पहचान होने पर ही गोलियां चला दी थी. हमलवार दो थे, जो पैदल ही भागे थे.
दोनों हमलावार सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए हैं. जांच में वसूली के लिये कॉल भी आने की बात सामने आई है. पुलिस मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाल रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वारदात में कुछ सबूत हाथ भी लगे हैं. मृतक जोगिंदर सांसी कम्युनिटी से था और नांगलोई थाने में ही तीन मामलों में शामिल था.
जोगिंदर की पत्नी पूजा भी दो मामलों में शामिल है. मंगल टैंट का काम करता था, जबकि मोहनलाल ई-रिक्शा चलाया करता है. घायल मोहनलाल ने अपने बयान में बताया कि वारदात के वक्त वह मंगल के साथ जोगिंदर के घर गया था, जहां एक और व्यक्ति बैठा मिला, रात करीब नौ बजे दो युवक वहां आए और सतीश के घर के बारे में पूछा.
इसको लेकर जोगिंदर ने अपने पिता (दिवंगत सतीश) की फोटो की ओर इशारा किया. इसके बाद हमलावरों ने उन पर फायरिंग कर दी. दौड़ते-भागते जोगिंदर और मंगल गिर पड़े, जिनको जोगिंदर की पत्नी और बेटे ने अस्पताल में भर्ती कराया था. पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि है कि हमलवारों को शक था कि शायद सतीश का घर यही है.