इंदौर। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं के मतदाता परिचय-पत्र को आधार से जोड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में आयोग ने मतदाताओं को नई सुविधा दी है। मतदाता अब स्वयं भी अपने मतदाता परिचय-पत्र को आधार नंबर से जोड़ सकेंगे। यह काम आनलाइन ही किया जा सकेगा। भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को भी यह सुविधा दे दी है। इसके लिए वोटर हेल्पलाइन सहित अन्य मोबाइल एप पर यह सुविधा प्रदान की गई है। मतदाता यह एप मोबाइल पर डाउनलोड कर वोटर आइडी कार्ड संबंधी विभिन्न सुविधाएं आनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनीषसिंह ने जिले के सभी मतदाताओं से अपील की है कि गूगल प्ले स्टोर से वोटर हेल्पलाइन एप डाउनलोड करें। इस एप के जरिए स्वयं को उसमें पंजीकृत करें और अपने परिवार के सदस्यों के आधार नंबर लिंक करें। आधार लिंक होने से डुप्लीकेट मतदाताओं की पहचान एवं मतदान के समय मतदाताओं की पहचान में सुविधा होगी। निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं के वोटर आइडी को आधार नंबर से लिंक कराने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए वोटर हेल्प लाइन, गरुड़ एप जारी किया गया हैं।
वेब पोर्टल से स्वयं अथवा अपने बीएलओ की मदद से भी मतदाता वोटर आइडी कार्ड और आधार कार्ड लिंक कर सकते हैं। कलेक्टर ने जिले के मतदाताओं से जल्द से जल्द अपने वोटर कार्ड और आधार कार्ड लिंक करने की अपील की है। कोई भी मतदाता वोटर हेल्पलाइन एप अथवा पोर्टल में अपने स्वयं का, परिवार तथा मित्रों का आधार नंबर मतदाता सूची में अपडेट कर सकते हैं।
इसके लिए मतदाता को फार्म 6-बी की सभी जानकारी अपडेट करना होगी। उल्लेखनीय है कि मतदाता परिचय-पत्र को आधार नंबर से जोड़ने का काम बीएलओ के जरिए कराया जा रहा है, लेकिन इसमें मुश्किल आ रही है। कई मतदाता अपना आधार नंबर बीएलओ को नहीं बता रहे हैं। इस कारण आधार लिंक करने में बीएलओ को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।