जबलपुर। जबलपुर की सेंट्रल जेल में कोरोना के 2 सालों के बाद बहनों को अपने कैदी भाई की कलाई में राखी बांधने का मौका मिला हैं। कोरोना के बादल छटने के बाद जेल में एक बार फिर से रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा हैं। कोरोना के केस कम देखते हुए जेल प्रबंधन ने जेल में बंद कैदी भाइयों को राखी बांधने की इजाजत दी। जिसके बाद आज बड़ी संख्या करीब 4 सौ से अधिक बहनें नेताजी सुभाष चंद्र सेंट्रल जेल पहुंची।
वहीं एक बहन अपने भाई के लिए तंबाकू लेकर पहुंची थी। जिसे पकड़ लिया गया। और हिदायत देकर उसे भाई से मिलवाया गया। आज बहनों ने अपने कैदी भाइयों की सुनी कलाई पर राखी बांधी। तो कहीं कुछ बहने अपने भाई को देखते ही रो पड़ी। इस दौरान महिलाओं ने अपनी भाई की सलामती की आरती उतारकर उनका हालचाल भी जाना। कलाई में राखी बंधते ही भाई बहनों के आंख से आंसू छलक उठे।
सिर्फ राखी ले जाने की अनुमति
जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर के मुताबिक बहनों को सेंट्रल जेल के अंदर प्रवेश करने के दौरान सिर्फ राखी ले जाने की अनुमति दी जा रही है। वहीं जेल परिसर की कैंटीन में मिठाई कुमकुम से लेकर अन्य चीजों की व्यवस्था भी की गई है। बहनों को मोबाइल, पर्स आदि किसी भी अन्य सामग्री ले जाने की अनुमति नहीं है। वही 2 बजे तक बहनों को अपने भाइयों को राखी बांधने दिया जा रहा है। साथ ही कुछ बहन यदि समय के अभाव में रांखी नही बांध पाती है। तो उन्हें शाम को भी मौका दे दिया जाएगा।