जबलपुर।  जिले के जेरठ चौकी अंतर्गत बाेबई गांव में गुरुवार दोपहर 3 बजे बाइक की चॉबी नहीं देने पर पिता और छोटे भाई ने मिलकर बड़े भाई का बायां हाथ कुल्हाड़ी से काटकर धड़ से अलग कर दिया। पिता इतना आक्रोशित था कि कटा हुआ हाथ और कुल्हाड़ी कांधे पर रखकर करीब 5 किमी पैदल चला और चौकी में जाकर सरेंडर कर दिया।

इसके बाद पुलिस ने एंबुलेंस मौके पर पहुंचाई और घायल युवक को पथरिया पीएचसी में भर्ती करा दिया। इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। घायल तो अस्पताल पहुंच गया था, लेकिन युवक का कटा हुआ हाथ चौकी में रखा रहा। करीब तीन घंटे बाद कटा हाथ अस्पताल पहुंचाया, जहां पर डाॅक्टराें ने हाथ जोड़ने से इंकार कर दिया और उसे दमोह जिला अस्पताल रैफर कर दिया। दमोह अस्पताल से उसे गंभीर हालत में जबलपुर रैफर कर दिया गया लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार बोबई निवासी मोती पटेल 51 के बेटे संतोष पटेल 21 के पास बाइक है। जिसे उसके पिता मोती पटेल और छोटा भाई राम किशन कहीं जाने के लिए संतोष से मांग रहे थे। संतोष ने बाइक देने से इंकार कर दिया। इस बात को लेकर पिता मोती और राम किशन ने मिलकर संतोष पर हमला बोल दिया। विवाद के बीच पिता मोती ने संतोष का बायां हाथ लकड़ी के पटे पर रखा और उसे कुल्हाड़ी से काटकर अलग कर दिया। इस क्रूरता के बाद पिता मौके से भागा नहीं, बल्कि कुल्हाड़ी कांधे पर रखकर और हाथ में कटा हुआ हाथ लेकर करीब 5 किमी दूर जेरठ पुलिस चौकी पहुंचा। जैसे ही पुलिस ने मोती के हाथ में कटा हाथ देखा तो स्टाफ भी दंग रह गया। तुंरत मोती को पुलिस ने पकड़ लिया। बाद में घायल संतोष को अस्पताल पहुंचाया। संतोष की पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसने बचाव का प्रयास किया, लेकिन ससुर और देवर ने उसे धक्का देकर अलग कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि ससुर हाथ काटने के बाद उसे अपने साथ लेकर गए और जिसे वह नदी में फेंकने जा रहे थे, लेकिन बाद में वह पुलिस चौकी लेकर चले गए।