जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र केंद्रीय जेल में चोरी के आरोप में बंद हुए एक कैदी की मौत हो गई। जेल प्रबंधन ने आज गुरूवार को जब परिजन को युवक का शव सौंपा तो गहमागहमी की स्थिति बन गई। परिजनों का आरोप था कि जीआरपी और जेल पुलिस की प्रताडऩा के कारण मौत हुई, इसको लेकर परिजनों ने सिंधी कैंप क्षेत्र में मृतक का शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान विधायक लखन घनघोरिया भी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच की मांग करते हुए पीडि़त परिवार को 1 लाख रूपए मुआवजा देने की मांग प्रशासन से की।

बाबाटोला सिंधी कैंप निवासी अज्जू उर्फ अजय चौधरी को बीते दिनों जीआरपी ने चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था। मामले की जांच के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया जहां पर उसकी मौत हो गई। कैदी की मौत पर स्वास्थ्य परीक्षण कर जेल अधिकारियों ने उसका पीएम कराया। युवक की मौत पर परिजनों ने आरोप लगाया कि मृतक किसी भी तरह की बीमारी से पीडि़त नहीं था और न ही कोई नशा करता था। परिजनों का कहना था कि जेल पुलिस और जीआरपी की प्रताडऩा के कारण उसकी मौत हुई है। इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल खांडेल का कहना है कि चोरी के आरोप में जेल पर बंद कैदी की मौत मामले में न्यायिक जांच होगी। प्रकरण में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी, फिलहाल युवक की मौत किन परिस्थतियों में हुई है यह पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।