भोपाल । राजधानी भोपाल की ट्रैफिक पुलिस नियमों का उल्लंघन करने वालों के साथ अब सख्ती से निपटेगी. विशेष तौर पर उन लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा जो अपने रसूख का इस्तेमाल कर पुलिस की कार्रवाई से बचने की कोशिश करते हैं. गाड़ी की नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ भी चालानी कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस, प्रेस नहीं नम्बर ही होना चाहिए
राजधानी भोपाल की सड़कों पर बड़ी संख्या में ऐसी गाड़ियां नजर आती हैं जिनमें नंबर प्लेट पर नंबर की जगह पुलिस, प्रेस, वकील, राजनीतिक पद या फिर अन्य विभाग का उल्लेख होता है. यह लोग कई बार पुलिस की कार्रवाई के दौरान भी अपना रसूख दिखाते हुए नजर आते हैं. लेकिन अब ट्रैफिक पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ा कदम उठाने जा रही है. नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने वालों को चेकिंग पॉइंट पर रोक कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही अगर ऐसे लोग चौराहों पर लगे सर्विलांस कैमरा में कैद होते हैं तब भी उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. पुलिस का कहना है कई बार देखा गया है जो वाहन अपराधों में लिप्त होते हैं, वह अपनी पहचान छुपाने के लिए नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करते हैं. ऐसे में इन वाहनों को गंभीरता से लेना जरूरी है.

मॉडिफाइड गाड़ियों पर कार्रवाई रहेगी जारी
बीते दिनों पुलिस लिखी एक बुलेट को कार्रवाई के दौरान बिना चालान काटे छोड़ दिए जाने का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस पर भोपाल के एडिशनल पुलिस कमिश्नर सचिन अतुलकर ने संज्ञान लिया और बाद में कार्रवाई भी की गई. लेकिन इस घटना के बाद अब पुलिस ऐसे मामलों को लेकर और भी सतर्क हो गई है. सचिन अतुलकर ने बताया आने वाले समय में भी मॉडिफाइड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी. पुलिस, प्रेस, वकील या अन्य विभागों के नाम लिखे वाहन चालकों को रसूख के कारण पुलिसकर्मी छोड़ते हैं तो उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा. गाड़ी को मॉडिफाइड कराने से ध्वनि और वायु प्रदूषण जैसी समस्याएं होती हैं. साथ ही गलत तरीके से मॉडिफाई किए गए वाहन चालक दूसरों के लिए खतरा भी बन सकते हैं.