शिवपुरी।   मध्य प्रदेश के शिवपुरी में हनीट्रैप का मामला सामने आया है। यहां के प्रसिद्ध हॉस्पिटल के डॉक्टर के बेटे को एक नर्स ब्लैकमेल कर रही थी। उससे लाखों रुपये ऐंठ चुकी थी। बार-बार की ब्लैकमेलिंग से परेशान युवक पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस ने मामले में आरोपी नर्स और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से चार लाख रुपये नकद और पांच लाख का चेक बरामद किया गया है।

जानकारी के अनुसार शिवपुरी के निजी अस्पताल में नर्स के रूप में काम करने वाली युवती ने अस्पताल के बड़े डॉक्टर के बेटे को पहले तो प्रेमजाल में फंसाया। लगातार मिलने मिलाने की खबरें बड़े डॉक्टर तक भी पहुंच गईं, जिसके बाद उन्होंने नर्स को नौकरी से बेदखल करवा दिया। कई कोशिश के बाद भी जब वह वापस नौकरी पर नहीं आ सकी तो उसने ब्लैकमेलिंग का रास्ता अपना लिया।

बताया जा रहा है कि नर्स चार जुलाई को कोतवाली पहुंची और बाहर से डॉक्टर के बेटे को फोन किया। कहा कि वह उसके खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाने जा रही है। इसके बाद डॉक्टर और उसका बेटा तुरंत कोतवाली पहुंचे तो नर्स उन्हें बाहर ही मिली। दोनों उसे अस्पताल लेकर आए और समझाने लगे। नर्स का कहना था कि वह उसे दस लाख रुपये दें नहीं तो वह केस दर्ज करवा देगी। बदनामी के डर से डॉक्टर और उसके बेटे ने नर्स को पांच लाख रुपये का चेक और पांच लाख रुपये नकद दे दिए। नर्स ने डेढ़ लाख रुपये फोन पे के माध्यम से भी लिए। इस तरह साढ़े ग्यारह लाख रुपये में मामला खत्म करने की बात कह कर वहां से चली गई। लेकिन नर्स का मन नहीं भरा और उसकी ब्लैकमेलिंग जारी रही।

11 जुलाई को नर्स अस्पताल पहुंची और डॉक्टर पर दबाव बनाते हुए उनसे मकान बनाने के लिए प्लॉट की मांग करने लगी। इसके साथ ही उसे पुनः नौकरी पर रखने की बात करने लगी। जब डॉक्टर ने इतना सब कुछ ना कर पाने की दलील दी तो नर्स भड़क गई और उसके बेटे को रेप के केस में फंसाने की धमकी देने लगी। इसी दौरान नर्स ने डॉक्टर की जेब में रखे हुए 16 हजार भी जबरदस्ती निकाल लिए और मौके से निकल गई। आखिरकार डॉक्टर व उसके पुत्र ने सिटी कोतवाली थाने में पहुंचकर नर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई शिकायत के बाद सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने आरोपी सहित एक उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर अपराधिक प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

सिटी कोतवाली थाना प्रभारी सुनील खेमरिया ने बताया कि डॉक्टर और उसके बेटे ने शिकायत दर्ज कराई थी कि एक नर्स के द्वारा लगातार धमकाया जा रहा है और पैसों की मांग की जा रही है। इससे पहले लाखों रुपए नर्स को दे चुके हैं।  पीड़ित की शिकायत पर जब मामले की छानबीन की तो पड़ताल में आरोपी नर्स के द्वारा की गई ब्लैकमेलिंग की पुष्टि भी हुई, जिसके आधार पर पूछताछ की गई तो आरोपी नर्स के पास से चार लाख नगद सहित पांच लाख रुपए का चेक भी बरामद हुआ है। नर्स के साथ एक उसके सहयोगी शिशुपाल की भी पहचान हुई है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी गई है।