नई दिल्ली ! केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने संपत्ति के एक मामले में पांच लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में एक दीवानी न्यायाधीश को उनके पति व एक वकील के साथ गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय राजधानी स्थित तीस हजारी न्यायालय में वरिष्ठ दीवानी न्यायाधीश रचना तिवारी लखनपाल, उनके पति आलोक लखनपाल तथा वकील विशाल मेहन को बुधवार रात शहर के विभिन्न स्थान से गिरफ्तार किया गया।
संपत्ति के एक मामले में शिकायतकर्ता से कथित तौर पर रिश्वत लेते हुए सीबीआई ने मेहन को गिरफ्तार किया। मेहन ने कथित तौर पर संपत्ति के मामले में पक्ष में फैसला लेने के लिए रचना लखनपाल के लिए रिश्वत ली।
पूछताछ के दौरान मेहन ने कथित तौर पर कहा कि उसने रिश्वत के पैसे को न्यायिक अधिकारी को सौंपा जाना था।
अधिकारी ने कहा, “मेहन ने रचना को उनके आवास पर रिश्वत के पैसे सौंप दिए। रचना ने चार लाख रुपये अपने पास रखे, जबकि एक लाख रुपये मेहन को दिए, जिसके बाद सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया।”
आरोपी वकील को रचना ने मामले में स्थानीय आयुक्त के तौर पर नियक्ति किया था।
सीबीआई अधिकारी ने कहा, “एक विवादित संपत्ति का निरीक्षण करने तथा रिपोर्ट देने के लिए रचना ने मेहन की स्थानीय आयुक्त के तौर पर नियुक्ति की थी। वकील ने शिकायतकर्ता से कथित तौर पर अपने लिए दो लाख रुपये तथा रचना के लिए 20 लाख रुपये की मांग की।”
उन्होंने कहा कि सौदा पांच लाख रुपये में तय हो गया और मेहन ने शिकायतकर्ता के पक्ष में फैसला देने का भरोसा दिया।
रिश्वतखोरी के मामले में अहम भूमिका के लिए रचना के पति को गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी ने कहा, “हमने रचना के घर से 94 लाख रुपये, लॉकरों की दो चाबियां तथा दस्तावेजों के साथ अन्य सामग्री बरामद की है।”