नागपुर। अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। शिवसेना के बागी विधायक के ऑफिस पर हुए हमले का जिक्र करते हुए नवनीत राणा ने कहा है कि मैं गृह मंत्री अमित शाह से निवेदन करती हूं कि असली शिवसेना गुट (एकनाथ शिंद गुट) के सभी विधायकों के परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
नवनीत राणा ने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए ताकि उद्धव ठाकरे की गुंडागर्दी बंद हो। महाराष्ट्र के लोगों की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है। दरअसल, शिवसेना सांसद संजय राउत ने बगावत करने वाले विधायकों को पार्टी के कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामने करने की धमकी दी है। पूणे में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने बागी विधायक तानाजी सावंत के ऑफिस पर हमला किया है। शिव सैनिकों ने ऑफिस में तोड़फोड़ की और धमकी देते हुए कहा कि हर ‘गद्दार’ को निशाना बनाया जाएगा। महाराष्ट्र में कई और जगहों से भी बागी विधायकों के खिलाफ उग्र विरोध की खबर आई है।
मुंबई में धारा 144 लागू
शिवसेना के कार्यकर्ताओं के उग्र विरोध प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए मुंबई में धारा 144 लगा दी गई है। राजनीतिक दलों के ऑफिस के बाहर पुलिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुंबई पुलिस ने विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं, मंत्रियों, विधायकों और सांसदों के कार्यालयों के बाहर पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया है। नेताओं के घरों की सुरक्षा बढ़ाई गई है।
मुंबई में धारा 144 10 जुलाई तक लागू रहेगी। इस दौरान एक स्थान पर पांच या इससे अधिक लोगों को एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा। पुलिस कर्मियों को सतर्क रहने और कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए कहा गया है। विशेष शाखा के अधिकारियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर रखने और आपत्तिजनक सामग्री, मैसेज और वीडियो पोस्ट करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है।